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IndusInd Bank का ज्यादातर मोर्चे पर दमदार प्रदर्शन, अभी निवेश करने पर होगी मोटी कमाई

स्टॉक मार्केट में 4 जून को आई गिरावट का असर इंडसइंड बैंक के शेयरों पर भी दिखा था। उसके बाद इस स्टॉक में अच्छी रिकवरी दिखी है। इंडसइंड बैंक की स्थिति मजबूत है। इसके मार्च तिमाही के नतीजे अच्छे आए हैं। साल दर साल आधार पर लोन ग्रोथ 18.4 फीसदी रही है। रिटेल बिजनेस की ग्रोथ साल दर साल आधार पर 13 फीसदी रही है। बैंक के कुल बिजनेस में रिटेल की हिस्सेदारी बढ़कर 56 फीसदी पर पहुंच गई है। यह 60 फीसदी के टारगेट के करीब है।

लोन बुक में शानदर ग्रोथ की उम्मीद

कई बड़े बैंक FY25 में लोन ग्रोथ में सुस्ती का अनुमान जता रहे हैं। लेकिन, IndusInd Bank को इस फाइनेंशियल ईयर में लोन बुक में 18-22 फीसदी ग्रोथ का भरोसा है। मार्च तिमाही में बैंक की डिपॉजिट की ग्रोथ तिमाही दर तिमाही आधार पर 4.3 फीसदी रही। इस तरह क्रेडिट ग्रोथ और डिपॉजिट ग्रोथ के बीच का फर्क घट रहा है। बैंक का क्रेडिट-डिपॉजिट रेशियो 89.3 फीसदी है।

डिपॉजिट में रिटले की हिस्सेदारी बढ़ी

इंसडसइंड बैंक और दूसरे बैंकों के लिए सबसे बड़ा चैलेंज कम कॉस्ट पर डिपॉजिट अट्रैक्ट करना है। अभी इंडसइंड बैंक के कुल डिपॉजिट में रिटेल डिपॉजिट की हिस्सेदारी 44 फीसदी है। हाल में डिपॉजिट कॉस्ट थोड़ी बढ़ी है लेकिन साथ में ओवरऑल यील्ड में थोड़ृा इम्प्रूवमेंट है। ज्यादा बॉरोइंग की वजह से कॉस्ट ऑफ फंड बढ़ी है, जिसका असर बैंक के मार्जिन पर देखने को मिला है। बैंक ने इंटरेस्ट मार्जिन 4.2 से 4.3 फीसदी के बीच रहने की उम्मीद जताई है।

बिजनेस बढ़ाने पर बैंक का फोकस

मार्च तिमाही में कॉर्पोरेट और रिटेल दोनों में ही ओवरऑल स्लिपेज घटा है। ओवरऑल ग्रॉस और नेट एनपीए क्रमश: 1.92 फीसदी तऔर 0.57 फीसदी पर स्थिर रहे हैं। प्रोविजन कवर 71 फीसदी रहा है। इंडसइंड बैंक की कोशिश लगातार मार्केट हिस्सेदारी बढ़ाने पर रही है। इसके लिए बैंक टेक्नोलॉजी पर खर्च बढ़ा रहा है। डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। एंप्लॉजी की संख्या बढ़ा रहा है। इससे बैंक का कॉस्ट और इनकम का रेशियो बढ़कर 48 फीसदी से ऊपर पहुंच गया है।

क्या आपको निवेश करना चाहिए?

इंडसइंड बैंक के मैनेजमेंट ने अगले तीन साल में कॉस्ट और इनकम रेशियो में कमी का अनुमान जताया है। फीस इनकम से बैंकों को सपोर्ट मिला है। साल दर साल आधार पर कोर फीस 10 फीसदी बढ़ी है। बैंक का रिटर्न ऑन एसेट 1.9 फीसदी पर पहुंच गया है। इसे 2 फीसदी लाने पर जोर है। इंटरेस्ट साइकिल बदलने पर कॉस्ट टू इनकम रेशियो पर में कमी आएगी। अभी इसका वैल्यूशन FY26 की अनुमानित बुक वैल्यू की 1.4 गुना है जो ज्यााद नहीं है। ऐसे में इस स्टॉक में तेजी की संभावना है।

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