BSE Ltd Share Price: बीएसई लिमिटेड के शेयर आज 29 अप्रैल को शुरुआती कारोबार में 12 फीसदी से अधिक लुढ़क गए। इसके चलते म्यूचुअल फंड कंपनियों को करीब 406 करोड़ का तगड़ा नुकसान हुआ। दरअसल शेयर बाजार की रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट्स के रेगुलेटरी फीस को नोशनल वैल्यू के आधार पर कैलकुलेट करने का निर्देश दिया न कि प्रीमियम वैल्यू के आधार पर। इसी के चलते BSE के शेयरों में सोमवार के कारोबार में तगड़ी गिरावट आई।
मार्च 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक, बीएसई में सबसे बड़ी हिस्सेदारी इनवेस्को म्यूचुअल फंड के पास है। इसके पास BSE के 23 लाख शेयर हैं, जिसकी वैल्यू 738 करोड़ रुपये है। हालांकि सोमवार की गिरावट के चलते इसे 81 करोड़ का नुकसान हुआ और अब इसके शेयरों की वैल्यू घटकर 658 करोड़ रुपये हो गई है।
इनवेस्को के बाद मोतीलाल ओसवाल, एक्सिस और केनरा रोबेको के पास कंपनी में सबसे अधिक हिस्सेदारी है। मोतीलाल ओसवाल MF को लगभग 60 करोड़ रुपये, एक्सिस MF को 58 करोड़ रुपये और केनरा रोबेको MF को 48 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। मार्च 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक, कुल 27 म्यूचुअल फंड कंपनियों के पास BSE लिमिटेड के 1.16 करोड़ शेयर थे, जिसकी मार्केट वैल्यू 3,304 करोड़ रुपये है।
दिग्गग निवेशक मुकुल अग्रवाल को BSE के शेयरों में गिरावट से करीब 70 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उनके पास कंपनी के 20 लाख शेयर हैं, जो करीब 1.48 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है और इसकी मार्केट वैल्यू करीब 572 करोड़ रुपये है।
BSE लिमिटेड के सबसे बड़े व्यकितगत शेयरधारक, सिद्धार्थ बालाचंद्रन को करीब 167 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। बालाचंद्रन, ब्यूमर्क कॉरपोरेशन लिमिटेड के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन और सीईओ हैं। बालाचंद्रन के पास BSE के 47.6 लाख शेयर है, जो कंपनी की 3.52 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है और इसकी मार्केट वैल्यू 1,360 करोड़ रुपये है।
इंफोसिस के को-फाउंडर एस गोपालकृष्णन के पास बीएसई के 15.93 लाख शेयर या 1.18 प्रतिशत हिस्सेदारी है और उन्हें आज की गिरावट से 56 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उनके टोटल होल्डिंह की मार्केट वैल्यू करीब 455 करोड़ रुपये है।
LIC ने भी बीएसई में बड़ा निवेश किया हुआ है और इसके पास कंपनी के 75.77 लाख शेयर या करीब 5.6 फीसदी हिस्सेदारी है। LIC को आज के गिरावट से करीब 266 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और इसकी मार्केट वैल्यू करीब 2,166 करोड़ रुपये है।