अगर आपका शेयर बाजार से कुछ भी लेना देना है तो विक्स के बारे में तो जरूर सुना होगा। जी नहीं! ये गले की खिच-खिच दूर करने वाला विक्स नहीं है बल्कि शेयर बाजार की खिच-खिच बताने वाला वोलैटिलिटी इंडेक्स है। VIX स्टॉक मार्केट का मूड बताता है। इसके ऊपर जाने का मतलब है कि मार्केट यह बता रहा है कि वह आने वाले दिनों को लेकर अनिश्चित और हताश महसूस कर रहा है। यही वजह है कि इसे Fear Index यानी डर का इंडेक्स कहा जाता है। जबकि VIX में गिरावट के मायने हैं कि शेयर बाजार शांत चलता रहेगा। अब अचानक VIX चर्चा में आ गया है। क्यों? यही आज हम बता रहे हैं। तब तक आप भी हमें कॉमेंट बॉक्स में बता सकते हैं कि आप बाजार से जुड़ी किन चीजों के बारे में जानना चाहते हैं।
दरअसल ये चर्चा तब शुरू हुई जब VIX में कारोबार के दौरान 20% की गिरावट आ गई। इस गिरावट ने सबको चकमे में डाल दिया है। दरअसल जो बात सबको हैरान कर रही है वो ये है कि लोकसभा चुनावों से पहले और उसके बाद क्या शेयर बाजार को किसी उतारचढ़ाव की उम्मीद क्यों नहीं है।
आखिरी VIX के गिरने से सब हैरान क्यों हैं?
तो सबसे पहला सवाल मन में ये आता है कि क्या बजट पेश होने या चुनावी नतीजों के दौरान Vix में बहुत ज्यादा तेजी दिखती है। किसी बड़े इवेंट के वक्त vix की चाल बदल जाती है। इसकी वजह यह है कि बड़े इवेंट्स जैसे चुनाव के नतीजे या बजट के दौरान ट्रेडर्स में थोड़ी घबराहट होती है। इसका असर vix पर दिखता है।
तो फिर हाल में आई गिरावट के क्या मायने हैं?
यह मार्केट सेंटिमेंट में बदलाव का संकेत है। जियोपॉलिटिकल टेंशन घटने से मार्केट में थोड़ी राहत महसूस की जा रही थी। इस वजह से वीआईएक्स में गिरावट देखने को मिली। दूसरा सवाल ये है कि इस बार लोकसभा चुनावों से पहले वीआएक्स में उछाल क्यों नहीं दिख रहा?
तो ऐसा लगता है कि मार्केट ने चुनावी नतीजों का अनुमान लगा लिया है। इस वजह से इस बारे में डरा हुआ नहीं है। सस्पेंस खत्म होने का असर वीआईएक्स पर पड़ रहा है।
तीसरा सवाल जो आपके मन में आ रहा होगा वे ये है कि क्या vix अब भी हमें डरा सकता है?
हां, वीआईएक्स के निचले स्तर पर जाने का मतलब है कि इसके और नीचे जाने का अनुमान कम है।और सबसे अंत में हम यह जान लेते हैं कि शेयर बाजार में आगे तेजी आएगी या गिरावट।
फिलहाल चुनाव के नतीजों को लेकर ज्यादा रिस्क नहीं दिख रहा। ऐसे में वीआईएक्स के चढ़ने की जगह गिरने की उम्मीद ज्यादा है। हालांकि, ग्लोबल लेवल पर अनिश्चितता अभी बनी हुई है। ऐसे में वीआएक्स फिर से ऊपर जा सकता है। लेकिन, जब चीजें बेहतर दिख रही हों तब सावधान होना ज्यादा जरूरी हो जाता है।