अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी विल्मर लिमिटेड ने बुधवार (1 मई) को Q4FY24 यानी वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट यानी शुद्ध-मुनाफा सालाना आधार (YoY) पर 59% बढ़कर ₹156 करोड़ रहा।
पिछले साल इसी तिमाही (Q4FY23) में कंपनी का मुनाफा ₹98 करोड़ रहा था। हालांकि, मार्च तिमाही के दौरान कंपनी के रेवेन्यू यानी आय में गिरावट देखी गई। ऑयल एक्सपोर्ट बिजनेस में गिरावट के कारण Q4FY24 में कंपनी की आय सालाना आधार पर 3% गिरकर ₹12,703.64 करोड़ हो गई है। जबकि, Q4FY23 में कंपनी को ₹13,121.89 की आय हुई थी।
कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 67% बढ़ा
Q4FY23 में अडाणी विल्मर का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 67% बढ़कर 157 करोड़ रुपए रहा। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 94 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
पूरे वित्त वर्ष 2024 में मुनाफा 74.57% घटा
पूरे वित्त वर्ष 2024 में अडाणी विल्मर के शुद्ध मुनाफे में 74.57% की गिरावट देखने को मिली है। FY24 में कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 147.99 करोड़ रुपए रहा है। पिछले वित्त वर्ष यानी FY23 में अंबुजा सीमेंट का मुनाफा 582.12 करोड़ रुपए रहा था।
अडाणी विल्मर का शेयर एक साल में 13.59% गिरा
रिजल्ट के एक दिन पहले मंगलवार को अडाणी विल्मर का शेयर 4.62% की तेजी के साथ 359 रुपए पर बंद हुआ था। इसके साथ ही बैंक का मार्केट कैप भी 46.44 हजार करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।
बीते एक महीने में कंपनी का शेयर 1.37% बढ़ा है। वहीं पिछले छह महीने में इसके शेयर में 13.63% की तेजी देखने को मिली है। हालांकि, पिछले एक साल में इसने निवेशकों को 13.59% का निगेटिव रिटर्न दिया है।
फरवरी 2022 में शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी अडाणी विल्मर
अडाणी एंटरप्राइजेज और विल्मर इंटरनेशनल के बीच ज्वाइंट वेंचर अदानी विल्मर सरसों, सूरजमुखी और सोयाबीन सहित कई तरह के एडिबल ऑयल बेचती है। अडाणी विल्मर ने फरवरी 2022 में IPO के जरिए 3600 करोड़ रुपए जुटाए थे। निवेशकों को 230 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से शेयर इश्यू किए गए थे।