बीते शुक्रवार को शेयर बाजार की बिकवाली के बीच टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा स्टील के शेयर ने 170 रुपये के स्तर को टच किया। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है। हालांकि, इस शेयर में मुनाफावसूली आई और भाव एक फीसदी से ज्यादा टूटकर 165.85 रुपये पर आ गया। घरेलू ब्रोकरेज प्रभुदास लीलाधर के तकनीकी विश्लेषक शिजू कूथुपालक्कल का अनुमान है कि शेयर अब 177 रुपये तक जा सकता है। उन्होंने 164 रुपये के स्टॉप लॉस के साथ शेयर को खरीदने की सलाह दी है।
सीईओ ने कही ये बात
इस बीच, अब टाटा स्टील के सीईओ टीवी नरेन्द्रन ने कहा है कि चूंकि स्टील आयात में वृद्धि जारी है तो इस स्थिति को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। नरेन्द्रन ने कहा- यदि यही स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो यह दुख की बात होगी। हमें आयात को लेकर सतर्क रहना होगा। जब तक यह अनुचित आयात है, सरकार को इससे निपटने की जरूरत है। बता दें कि भारत में स्टील आयात बीते वित्त वर्ष में 38 प्रतिशत उछाल के साथ 83.19 लाख टन पर पहुंच गया है।
स्टील की खपत बढ़ने की उम्मीद
टीवी नरेन्द्रन के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में स्टील की खपत आठ से 10 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। स्टील उत्पादक चीन सहित कुछ देशों से बढ़ते आयात पर चिंता जता रहे हैं और इस मुद्दे पर सरकार से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। घरेलू कंपनियां भी आयात पर अंकुश लगाने और कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) की समीक्षा की मांग कर रही हैं। नरेन्द्रन ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि एफटीए की समीक्षा करना आसान होगा। लेकिन यह सरकार को तय करना है।
बिगमिंट (पूर्व में स्टीलमिंट) के आंकड़ों के अनुसार, भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन वित्त वर्ष 2022-23 में 12.6 करोड़ टन से लगभग 14 प्रतिशत बढ़कर बीते वित्त वर्ष (2023-24) में 14.4 करोड़ टन हो गया।