बजाज फाइनेंस के चौथी तिमाही के नतीजे अच्छे रहे। साल दर साल आधार पर नेट प्रॉफिट 21 फीसदी बढ़ा। हालांकि, यह इससे पहले के सामान्य 25-28 फीसदी ग्रोथ के मुकाबले कम है। एसेट ग्रोथ स्ट्रॉन्ग रही । ज्यादा प्रोविजनिंग का असर नेट प्रॉफिट पर पड़ा। रूरल कंज्यूमर लोन पर दबाव बढ़ा है। उधर, फंड की कॉस्ट बढ़ने का असर कंपनी के मार्जिन पर पड़ा है। खासकर आरबीआई के अनेसेक्योर्ड लोन के नियम सख्त करने के बाद ऐसा देखने को मिला है।
नेट इंटरेस्ट मार्जिन में गिरावट के आसार
बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) के मैनेजमेंट को अगली दो तिमाहियों में नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) और 30-40 बेसिस प्वाइंट्स की गिरावट आने की उम्मीद है। फंड की कॉस्ट बढ़ने से प्रोडक्ट मिक्स में सेक्योर्ड प्रोडक्ट की हिस्सेदारी बढ़ रही है। इस वजह से मार्जिन में थोड़ी नरमी आ सकती है। RBI ने BFL को दो लेंडिंग प्रोडक्ट्स के तहत नवंबर से ही लोन सैंक्शन करने और डिस्बर्स करने पर रोक लगा दी थी। इसका असर भी मार्च तिमाही में देखने को मिला है।
एयूएम 3,30,000 करोड़ रुपये
बीएफएल का एसेट अंडर मैनेजमेंट इस साल मार्च के अंत में 3,30,000 करोड़ रुपये था। बीएफएल अनसेक्योर्ड कंज्यूमर लेंडिंग बिजनेस में सबसे बड़ी एनबीएफसी है। कंपनी की एयूएम की ग्रोथ मार्च तिमाही में 34 फीसदी रही। इसमें सभी सेगमेंट का हाथ रहा। रूरल इलाकों में थोड़ी सुस्ती दिखी। रूरल इलाकों में (गोल्ड लोन) B2C ग्रोथ साल दर साल आधार पर 26 फीसदी से घटकर 6 फीसदी पर आ गई। इस सेगमेंट में एसेट क्वालिटी पर बढ़ता दबाव इसका कारण रहा।
सेक्योर्ड प्रोडक्ट्स पर बढ़ा फोकस
कंपनी मॉर्टगेज जैसे सेक्योर्ड प्रोडक्ट्स की ग्रोथ पर फोकस बढ़ा रही है। यह एयूएम का 33 फीसदी है। ग्रामीण इलाकों में कंज्यूमर फाइनेंसिंग में थोड़ी सुस्ती देखने को मिली है। फिर भी, BHFL की लोन बुक की ग्रोथ 30 फीसदी से ज्यादा रही है। बीएचएफएल की लोन बुक में होम लोन की हिस्सेदारी 58 फीसदी रही है। बीएचएफएल को अपनी पेरेंट कंपनी से राइट्स इश्यू के जरिए 2,000 करोड़ रुपये की पूंजी मिली थी। इससे ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, बीएचएफएल बड़ी एनबीएफसी की कैटेगरी में आती है, जिससे इसे लिस्टिंग के मामले में तय नियमों का पालन करना होगा।
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
BFL की वैल्यूएशन इसकी फ्रेंचाइज के सपोर्ट से प्रीमियम लेवल पर बनी रह सकती है। इसके ग्राहकों की संख्या 8 करोड़ से ज्यादा है। इसमें से 5 करोड़ क्रॉस-सेल कस्टमर्स हैं। इस स्टॉक के सीमित दायरे में रहने की उम्मीद है। इसलिए निवेशक फिलहाल इस स्टॉक से दूरी बना सकते हैं।