सोने की कीमतों में 14 मई को गिरावट आई। इसका भाव करीब 430 रुपये गिरकर 72,820 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इस बीच ट्रेडर्स की नजरें अमेरिका में इनफ्लेशन के डेटा पर लगी हैं। इससे अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व का इंटरेस्ट रेट में कटौती का फैसला निर्भर करेगा। स्पॉट गोल्ड में 13 मई को 1 फीसदी की गिरावट आई थी। उसके बाद 14 मई को यह 0.2 फीसदी की तेजी के साथ 2,340.77 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.2 फीसदी की मजबूती के साथ 2,346.30 डॉलर प्रति औंस था।
तीन हफ्ते की ऊंचाई से फिसला भाव
गोल्ड की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में तेजी के बावजूद घरेलू बाजार में सोना तीन हफ्ते की ऊंचाई से नीचे आ गया। इसकी वजह इनफ्लेशन का दबाव लगातार बने रहने के बाद अमेरिकी इकोनॉमी में सुस्ती आने की आशंका है। अमेरिका में कोर इनफ्लेशन महीना दर महीमा बढ़ने का अनुमान है। इसमें 0.3 फीसदी की तेजी आ सकती है। इससे एनुअल रेट 3.6 फीसदी रह सकता है।
गोल्ड के लिए 2,320 डॉलर का स्तर अहम
ओनाडा में मार्केट एनालिस्ट (एशिया पैसेफिक) केल्विन वोंग ने कहा कि अगर गोल्ड 2,320-2,330 डॉलर से ऊपर अपना पॉजिशन बनाए रखने में कामयाब हो जाता है तो यह शॉर्ट टर्म में इसमें तेजी का संकेत होगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि गोल्ड के मौजूदा भाव को स्टैगफ्लेशनरी रिस्क की आशंका से सपोर्ट मिल रहा है। हाल में अमेरिका में रोजगार के मौकों में कमी और अप्रैल में पेरोल डेटा में नरमी से इंटरेस्ट रेट में कमी की उम्मीद बढ़ी है।
अमेरिका में इंटरेस्ट रेट में कमी की संभावना
रायटर्स के पोल के मुताबिक, कई अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अमेरिका में इस साल दो बार इंटरेस्ट रेट में कमी देखने को मिल सकती है। इसकी शुरुआत सितंबर से हो सकती है। रिलायंस सिक्योरिटीज में सीनियर रिसर्च एनालिस्ट विकास जैन ने अमेरिका में सुस्ती की आशंका जताई। ऐसा होने पर फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में कमी करने की संभावना घट जाएगी।
क्या आपको गोल्ड में निवेश करना चाहिए?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टर्स के पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन के लिए गोल्ड होना चाहिए। 2023 में इंडिया में कमोडिटी एक्सचेज में गोल्ड में करीब 15 फीसदी की तेजी आई है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि पोर्टफोलियो में कम से कम 8-10 फीसदी गोल्ड होना चाहिए। रेलिगेयर ब्रोकिंग ने गोल्ड में गिरावट के मौके का इस्तेमाल खरीदारी के लिए करने की सलाह दी है। उसने गोल्ड के लिए पहले 74,000 और उसके बाद 78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का टारेगेट दिया है।