बेंगलुरु के ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट 2025 में कोटक 811 (Kotak 811) के उप-प्रमुख जय कोटक और जीरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर निखिल कामत (Nikhil Kamath) के बीच मजाक के लम्हे बने। जय कोटक ने 12 फरवरी को इस समारोह में कहा कि जीरोधा ने पहले ही ब्रोकिंग बिजनेस को खराब कर दिया है और वह बैंकिंग सेक्टर में न आएं। ये बातें उन्होंने तब कही, जब उनसे फाइनेंशियल सेक्टर में गैप को लेकर सवाल पूछ गए और उनसे पूछा गया कि क्या स्टार्टअप इसे लेकर सॉल्यूशंस बना सकते हैं। इस पर जीरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत ने भी कहा कि अगर वह चाहें तो भी उन्हें लाइसेंस नहीं मिलेगा। उन्होंने फिनटेक फर्म के बैंकिंग स्पेस में एंट्री पर रेगुलेटरी बैरियर्स की तरफ इशारा किया।
Zerodha ने कैसे बदली ब्रोकिंग बिजनेस
स्टॉक ट्रेडिंग को अधिक सुलभ और किफायती बनाने के उद्देश्य के लिए दो भाईयों नितिन कामत और निखिल कामत ने वर्ष 2010 में जीरोधा को शुरू किया था। जीरोधा ने इक्विटी निवेश पर शून्य ब्रोकरेज और ट्रेडों के लिए फ्लैट शुल्क के साथ कम लागत और टेक्नोलॉजी से जुड़ा मॉडल पेश करके ब्रोकरेज इंडस्ट्री में हलचल मचा दी। ब्रोकरेज फर्म का दावा है कि उसने बिना किसी विज्ञापन के 1.6 करोड़ से अधिक यूजर्स से जोड़ लिए हैं और यह 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक एसेट्स मैनेज कर रही है। अक्टूबर 2023 तक एक्टिव यूजर्स के मामले में जीरोधा टॉप ब्रोकिंग फर्म थी जिसके बाद फिनटेक स्टार्टअप ग्रो ने जीरोधा को पछाड़ दिया। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 89 फीसदी उछलकर 5,496 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 37.16 उछलकर 9,372 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। जीरोधा ने वर्सिटी (Varsity) के जरिए फाइनेंशियल एडुकेशन और डायरेक्ट म्यूचुअल फंड निवेश के लिए क्वॉइन (Coin) जैसे इंवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म में विस्तार किया।
क्या कहा उदय कोटक ने?
उदय कोटक ने मौजूदा फाइनेंशियल सिस्टम को लेकर कहा कि भारतीय बैंकों को ग्राहकों के साथ व्यवहार को सुधारने की जरूरत है क्योंकि वे नए दौर की फाइनेंशियल सर्विस कंपनियों से इस मामले में वे काफी पीछे हैं। उन्होंने कहा कि टेलीकॉलिंग, , ब्रांड एक्सीपिरिएंस और मोबाइल ऐप्स की गुणवत्ता को लेकर काफी पीछे हैं। इस पैनल डिस्कशन का शीर्षक ‘Leading the Charge: Young Innovators Shaping India’s Future’ था और इसे जीरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत ने मॉडेरेट किया था। इसमें उदय कोटक के अलावा जेएसडब्ल्यू सीमेंट के एमडी पार्थ जिंदल और मुथूट हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुजन्ना मुथूट भी शामिल रहे।
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