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Gold price: सुनहरे शिखर पर पहुंचा सोना, जानिए कब तक है इसके 1 लाख रुपए तक पहुंचने की उम्मीद

Commodity market : सोने की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। आज MCX पर सोना रिकॉर्ड 85500 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार निकलता दिखा है। इस तेजी के क्या हैं कारण और जानकार कब तक सोने का भाव 1 लाख रुपए तक पहुंचने की उम्मीद जता रहे हैं, आइए इस पर बात करने के पहले सोने की ऊंची उड़ान पर डाल लेते हैं एक नजर। सोने के भाव रिकॉर्ड स्तरों पर पहुंच गए हैं। सोने का अप्रैल वायदा 85000 के पार निकल गया है। COMEX गोल्ड तो 2900 डॉलर प्रति औंस के पार निकल गया है। US में स्पॉट भाव 2900 डॉलर के करीब पहुंच गए हैं।

सोने में तेजी के कारण

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि डोनल्ड ट्रंप के बयान से सोने की कीमतों में तेजी आई है। उनकी कई देशों पर टैरिफ लगाने की योजना है। मंगलवार या बुधवार को इसका ऐलान हो सकता है। ट्रंप की रेसिप्रोकेटिंग टैरिफ लगाने की योजना है। स्टील और एल्युमिनियम पर तो आज से ही टैरिफ संभव। अब इंपोर्टर्स को 25 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ देना होगा। मौजूदा टैरिफ के अलावा ये 25 फीसदी टैरिफ देना होगा। सेंट्रल बैंकों की दरों में कटौती से भी सोने को सपोर्ट मिला है।

कामा ज्वेलरी के एमडी कॉलिन शाह का कहना है कि आज के कारोबारी सत्र में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतें नई ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। इस पीली धातु की कीमतें 2900 डॉलर से ऊपर के स्तर पर कारोबार करती नजर आ रही हैं। सोने की कीमतों को ऊपर ले जाने वाला मुख्य कारक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा हाल ही में दी गई टैरिफ की धमकी है। इससे सोने जैसे सुरक्षित-निवेश विकल्प की मांग बढ़ रही है। इसके अलावा,अमेरिका द्वारा अमेरिका में आयात होने वाले सभी स्टील और एल्युमीनियम पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की संभावना है। यह नया कदम मौजूदा मेटल शुल्कों के अतिरिक्त है। अमेरिका-चीन ट्रेडवॉर की संभावना भी सोने की कीमतों को सपोर्ट दे रही है।

कैसी है गोल्ड की मांग

ताजे आंकड़ों से पता चलता है कि 2024 में सोने की ग्लोबल निवेश मांग 25 फीसदी बढ़ी है। 2024 में सोने की ग्लोबल सप्लाई 4974 टन रही। वहीं, सोने की ग्लोबल मांग 1877 टन रही। सिक्कों और बार की ग्लोबल मांग 1186 टन रही। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2023 में भारत में सोने की मांग 761 रही थी जो 2024 में बढ़कर 802.8 टन पर आ गई।

आगे कैसी रह सकती है सोने-चांदी की चाल

IBJA के प्रेसीडेंट पृथ्वीराज कोठारी का कहना है कि सोने के भाव में 50-100 डॉलर की बढ़त कोई बड़ी बात नहीं है। किसी भी भाव में लोग सोना खरीदने को तैयार हैं। निवेशक गोल्ड में हेजिंग कर रहे हैं। इससे इसके फिजिकल मार्केट पर काफी प्रभाव पड़ा है। इस समय मार्केट में साइडलाइन में रहना ज्यादा अच्छा है।

Pace 360 के को-फाउंडर अमित गोयल का कहना है कि वे सोने और चांदी पर बुलिश नहीं हैं। लॉन्ग टर्म में 2028-29 तक सोना 4000 डॉलर तक जाएगा। शॉर्ट टर्म में इसके दाम 2600 डॉलर तक गिर सकते हैं। सोने में मीडियम लेवल के ट्रेड करना सही नहीं होगा।

अनमोल सिल्वर के CEO किशोर रूनवाल का कहना है कि सोने के दाम बढ़ने से चांदी में तेजी आई है। चांदी के दाम 120000 रुपए तक जा सकते हैं। सोने के भाव बढ़ने से चांदी के बाजार को सपोर्ट मिला है। इससे चांदी के ज्वैलरी मार्केट को बूस्ट मिला है।

सिल्वर एम्पोरियम के चेयरमैन कांति मेहता का भी कहना है कि चांदी के ज्वैलरी की बिक्री अच्छी है। चांदी के आर्टिकल्स की खरीदारी अच्छी नहीं है। सोने के दाम बढ़ने से चांदी की ज्वैलरी को सपोर्ट मिला है।

डिस्क्लेमर: stock market news पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को stock market news की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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