Finelistings Tech IPO Listing: सेकंड हैंड लग्जरी कारें बेचने वाली फाइनलिस्टिंग्स टेक (Finelistings Tech) के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 37 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 123 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी 127 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 3.25 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Finelistings Tech Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयरों की खरीदारी और बढ़ी। उछलकर यह 133.35 रुपये (Finelistings Tech Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 8.41 फीसदी मुनाफे में हैं।
Finelistings Tech IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
फाइनलिस्टिंग्स टेक का ₹13.53 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-9 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 37.44 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित आधा हिस्सा 38.96 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 11 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल सॉफ्टवेयर की खरीदारी, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
Finelistings Tech के बारे में
वर्ष 2018 में बनी फाइनलिस्टिंग्स टेक सेकंड हैंड लग्जरी कारों की बिक्री करती है और यह सॉफ्टलेयर डेवलपमेंट सर्विसेज भी मुहैया कराती है। सेकंड हैंड लग्जरी कारों के कारोबार के तहत यह सेडान, एसयूवी, स्पोर्ट्स कार और कंवर्टिबल्स बेचती है। यह आफ्टर-सेल्स सर्विसेज और रिपेरयर्स भी मुहैया कराती है। थर्ड पार्टी फाइनेंशर्स के जरिए यह लोन भी मुहैया कराती है। इसमने अगस्त 2022 में फाइनकार्स ब्रांड के तहत दिल्ली के वसंत कुंज में स्थित एंबिएंस मॉल में अपना पहला शोरूम खोला था। इसके अलावा यह सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सर्विसेज के कारोबार में है। इसके तहत यह क्लाउड बेस्ड सर्विसेज देती है जैसे कि बिग डेटा एनालिटिक्स, क्लाउड आर्किटेक्चर, डेटा इंजीनियरिंग, आईओटी सॉल्यूशंस इत्यादि।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 17.26 लाख रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में घटकर 8.33 लाख रुपये पर आ गया। इसके बाद अगले वित्त वर्ष 2023 में यह 1.79 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे में आ गई। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 208 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 13.91 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो शुरुआती 11 महीने में इसे 2.77 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 13.60 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।