सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) का शेयर 5 फरवरी को 1.79 पर्सेंट की गिरावट के साथ 55.90 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी के शेयरों में इस साल अब तक 13 पर्सेंट से भी ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है। अर्निंग के लिहाज से बात करें, तो वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के दौरान रिन्यूएबल एनर्जी फर्म के कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 91 पर्सेंट का उछाल रहा।
संबंधित अवधि में कंपनी का प्रॉफिट 388 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा 203 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 91 पर्सेंट बढ़कर 2,629 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 1,553 करोड़ रुपये था। सुजलॉन का कहना है कि उसने संबंधित तिमाही में 447 मेगावॉट की रिकॉर्ड डिलीवरी की है। दिसंबर 2024 तिमाही में कंपनी का इबिट्डा 500 करोड़ रुपये था।
एक मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक, ज्यादा जोखिम लेने वाले निवेशक इस स्टॉक को होल्ड करने पर विचार कर सकते हैं। तकनीकी लिहाज से देखा जाए, तो यह स्टॉक डेली चार्ट में ‘बेयरिश’ ट्रेंड दिखा रहा है।
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज (WealthMills Securities) में इक्विटी स्ट्रैटेजी के डायरेक्टर के. बैथिनी (Kranthi Bathini) ने बताया, ‘सुजलॉन के दिसंबर 2024 तिमाही के नतीजे बेहतर रहे। कंपनी के रेवेन्यू और प्रॉफिट में मजबूत ग्रोथ देखने को मिली है। ज्यादा जोखिम वाले निवेशक मीडियम से शॉर्ट टर्म अवधि के लिए इस स्टॉक को होल्ड कर सकते हैं। बेहतर नतीजों के बावजूद यह शेयर ज्यादा जोखिम की क्षमता वाले निवेशकों के लिए ही है।’
रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिटेल रिसर्च) रवि सिंह ने बताया, ‘ वीकली चार्ट में यह शेयर कमजोर दिखता है। 55 रुपये के लेवल से नीचे जाने पर इसमें निकट भविष्य में 48 रुपये तक की गिरावट देखने को मिल सकती है।’ सेबी रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट एआर रामचंद्रन ने बताया, ‘ सुजलॉन एनर्जी डेली चार्ट पर बेयरिश है और 61 रुपये पर जबरदस्त रेजिस्टेंस देखने को मिल रहा है।’ दिसंबर 2024 तिमाही में सुजलॉन एनर्जी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 13.25 पर्सेंट थी।