अप्रैल में म्यूचुअल फंड्स ने कोटक महिंद्रा बैंक में 8100 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर खरीदे। भारतीय रिजर्व बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक को ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोक दिया है। इस फैसले के बाद बैंक के शेयरों में तगड़ी बिकवाली देखने को मिली थी। दिसंबर 2023 तिमाही में म्यूचुअल फंड्स ने 96 लाख से अधिक शेयरों की खरीद की थी। अप्रैल महीने के दौरान म्यूचुअल फंड्स ने बैंक के लगभग 4.62 करोड़ शेयर खरीदे। यह कोटक महिंद्रा बैंक में म्यूचुअल फंड की ओर से खरीदारी का लगातार नौवां महीना है।
29 अप्रैल को, कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) पर RBI के प्रतिबंध के कारण स्टॉक में 11% से अधिक की गिरावट आई थी। इसके चलते एक ही दिन में बैंक के मार्केट कैप में 40,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमी आई। अकेले अप्रैल में स्टॉक में 9 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। साल 2024 में अब तक शेयर में 14 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। इसके उलट 2023 में इसमें 4.4 प्रतिशत की बढ़त देखी गई।
अप्रैल में 39 म्यूचुअल फंड्स के पास थे 30.24 करोड़ शेयर
अप्रैल 2024 में, 39 म्यूचुअल फंड्स के पास सामूहिक रूप से कोटक महिंद्रा बैंक के लगभग 30.24 करोड़ शेयर थे। मार्च में यह आंकड़ा 25.63 करोड़ से अधिक था। इन शेयरों की कीमत 41,663 करोड़ रुपये से बढ़कर 53,186 करोड़ रुपये हो गई। इन फंड्स में से 29 ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई, 9 ने अपनी हिस्सेदारी कम की और एक फंड हाउस एनजे म्यूचुअल फंड ने अपनी हिस्सेदारी 24.5 करोड़ रुपये पर बनाए रखी।
SBI म्यूचुअल फंड अप्रैल में 15,000 करोड़ रुपये मूल्य के 9.24 करोड़ कोटक महिंद्रा बैंक शेयरों के साथ सबसे बड़ा होल्डर रहा। मार्च में फंड हाउस के पास 13,420 करोड़ रुपये मूल्य के 7.52 करोड़ शेयर से अधिक थे। अप्रैल में HDFC म्यूचुअल फंड 6,011 करोड़ रुपये मूल्य के 3.71 करोड़ शेयरों के साथ दूसरे स्थान पर रहा। ICICI प्रूडेंशियल एमएफ के पास 5,082 करोड़ रुपये मूल्य के 3.13 करोड़ से अधिक शेयर हैं। सेलर्स में, पीजीआईएम इंडिया एमएफ और टाटा एमएफ ने कोटक महिंद्रा बैंक में क्रमशः लगभग 381 करोड़ रुपये और 250 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
कोटक महिंद्रा बैंक पर क्यों लगाया RBI ने प्रतिबंध
अप्रैल महीने के अंत में RBI (Reserve Bank of India) ने कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) को ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग माध्यमों के जरिए नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से तत्काल प्रभाव से रोक दिया था। इसका कारण था कि बैंक के आईटी जोखिम प्रबंधन में कमी पाई गई थी। कोटक महिंद्रा बैंक को उम्मीद है कि RBI की ओर से लगाए गए व्यावसायिक प्रतिबंधों का बैंक पर वित्तीय असर अपेक्षाकृत कम होगा। बैंक के MD और CEO अशोक वासवानी का कहना है कि प्रतिबंधों से बैंक की साख को होने वाले नुकसान को लेकर चिंता ज्यादा है। उनका मानना है कि RBI के प्रतिबंधों का देनदारी वृद्धि पर सीमित प्रभाव पड़ेगा। बैंक ने संकेत दिए हैं कि प्रतिबंध कुछ महीनों तक जारी रह सकता है।