अमेरिका की होम अप्लायंसेज कंपनी व्हर्लपूल कॉरपोरेशन (Whirlpool Corporation) अपनी इंडियन सब्सिडियरी व्हर्लपूल ऑफ इंडिया लिमिटेड में एक बार फिर हिस्सेदारी घटाने वाली है। कंपनी ने कहा है कि उसका इरादा साल 2025 के मध्य से अंत तक व्हर्लपूल ऑफ इंडिया में हिस्सेदारी को मौजूदा 51 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत करने का है। व्हर्लपूल कॉरपोरेशन ने यह घोषणा अपने तिमाही नतीजों को जारी करने के साथ की। इससे पहले व्हर्लपूल ने फरवरी 2024 में अपने भारतीय कारोबार में 24.7 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री की थी।
यह सौदा 4,039 करोड़ रुपये का था। शेयर 1,280 रुपये प्रति शेयर के एवरेज प्राइस पर बेचे गए थे। उस समय व्हर्लपूल कॉर्प के सीईओ मार्क बिट्जर ने इंडियन सब्सिडियरी में कंपनी की ओर से कुछ हिस्सेदारी कम करने के फैसले के पीछे व्हर्लपूल ऑफ इंडिया की हाई वैल्यूएशन का हवाला दिया था। उन्होंने यह भी कहा था कि वे भारत में लॉन्ग टर्म कारोबारी संभावनाओं को लेकर आश्वस्त हैं।
नई बिक्री के बाद माइनॉरिटी शेयरहोल्डर बन जाएगी व्हर्लपूल कॉरपोरेशन
अगर व्हर्लपूल की ओर से और हिस्सेदारी बिक्री होती है तो फिर वह व्हर्लपूल ऑफ इंडिया में माइनॉरिटी शेयरहोल्डर बन जाएगी, क्योंकि इसकी हिस्सेदारी 26% से कम हो जाएगी। बयान में कहा गया है, “इस संभावित बिक्री के पूरा होने के बाद भी व्हर्लपूल कॉरपोरेशन, व्हर्लपूल ऑफ इंडिया में सबसे बड़ी शेयरहोल्डर बने रहने की उम्मीद करती है।”
व्हर्लपूल कॉर्प के बयान में कहा गया है, “व्हर्लपूल इंडिया, व्हर्लपूल कॉरपोरेशन के पोर्टफोलियो का एक रिलीवेंट पार्ट बनी रहेगी, और हम मानते हैं कि व्हर्लपूल इंडिया के पास ग्रोथ के लिए एक मजबूत लॉन्ग टर्म ट्राजेक्टरी है। हम नई संभावित बिक्री से व्हर्लपूल इंडिया को लगातार बदल रहीं इंंडस्ट्री कंडीशंस के साथ एडजस्ट करने के लिए आजादी देना चाहते हैं। ऐसा इसलिए ताकि व्हर्लपूल इंडिया ग्रोथ पर फोकस कर सके और कारोबार में आगे निवेश करने के लिए अपने अच्छी तरह से फंडेड बिजनेस का इस्तेमाल कर सके।”
शेयर एक साल में 18 प्रतिशत चढ़ा
व्हर्लपूल ऑफ इंडिया के शेयर 29 जनवरी को बीएसई पर 1577.65 रुपये पर बंद हुए। कंपनी का मार्केट कैप 20000 करोड़ रुपये है। शेयर एक साल में 18 प्रतिशत चढ़ा है। जनवरी महीने में अब तक यह 15 प्रतिशत टूटा है। शेयर ने 22 अक्टूबर 2024 को 52 सप्ताह का उच्च स्तर 2,450 रुपये छुआ था।