JK Cement के लिए यह साल जबरदस्त शुरुआत के साथ आगे बढ़ रहा है! कंपनी ने गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (GMDC) द्वारा जारी लॉन्ग-टर्म लाइमस्टोन सप्लाई टेंडर जीत लिया है। इस सौदे के तहत कंपनी को कच्छ के लाखपत पुनराजपुर खदान से 250 मिलियन टन चूना पत्थर की आपूर्ति का अधिकार मिला है। यह डील न सिर्फ JK Cement के लिए एक बड़ी जीत है, बल्कि इससे पश्चिमी भारत में उसकी स्थिति और मजबूत होगी।
आज ही कंपनी ने GMDC के साथ इस करार पर आधिकारिक रूप से हस्ताक्षर कर दिए हैं। इससे कंपनी को लंबे समय तक उच्च गुणवत्ता वाला कच्चा माल मिलता रहेगा, जिससे उसके कारोबार को और मजबूती मिलेगी।
Q3FY25 के शानदार नतीजे, ब्रोकरेज हाउसों की मिली-जुली राय
JK Cement के तिमाही नतीजों ने बाजार में हलचल मचा दी है। कंपनी का प्रदर्शन उम्मीद से बेहतर रहा, जिससे ब्रोकरेज फर्मों ने इसे लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं।
मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि कंपनी के नतीजे अनुमान से बेहतर आए हैं और आने वाले महीनों में 7-8% वॉल्यूम ग्रोथ की उम्मीद है। उन्होंने JK Cement को ₹5,630 के टारगेट प्राइस के साथ ‘BUY’ रेटिंग दी है। आज कारोबार के अंत तक कंपनी का शेयर 4886 पर बंद हुआ। इस टारगेट के हिसाब से ये लॉन्ग टर्म में 15% का रिटर्न दे सकता है।
वहीं, ICICI सिक्योरिटीज ने इसे ‘ADD’ रेटिंग दी है और ₹5,101 का टारगेट प्राइस तय किया है। उनका कहना है कि कंपनी का प्रदर्शन स्थिर रहा है और FY26 तक इसकी उत्पादन क्षमता 30mtpa तक पहुंच सकती है। आज कारोबार के अंत तक कंपनी का शेयर 4886 पर बंद हुआ। इस भाव के लिहाज से स्टॉक 4% का रिटर्न दे सकता है।
नुवामा ने भी कंपनी के भविष्य को लेकर सकारात्मक नजरिया रखा है और ₹5,476 के टारगेट प्राइस के साथ BUY रेटिंग बनाए रखी है। आज कारोबार के अंत तक कंपनी का शेयर 4886 पर बंद हुआ। इस भाव के लिहाज से यह स्टॉक 12% का रिटर्न दे सकता है।
एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने भी JK Cement को मिडकैप सेगमेंट में सबसे मजबूत दावेदारों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि कंपनी की Panna Line-2 अगले साल मार्च तक चालू हो जाएगी, जिससे उत्पादन और मुनाफा दोनों बढ़ेंगे। उन्होंने ₹5,100 का टारगेट प्राइस देते हुए BUY रेटिंग बरकरार रखी। मौजूदा भाव के हिसाब से ये 4% का रिटर्न दे सकता है।
गौर करने वाली बात है कि ब्रोकरेज फर्म ने 27 जनवरी को अपने टारगेट जारी किए थे। चूंकि, कंपनी को ये बड़ा ऑर्डर मिला है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि ये फर्म्स अपने टारगेट कंपनी को लेकर रिवाइज करती हैं कि नहीं।