Bajaj Finance Q3 Results: बजाज फाइनेंस लिमिटेड ने आज 29 जनवरी को वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 18 फीसदी बढ़ गया है। कंपनी ने इस अवधि में 4,308 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। यह एनालिस्ट्स के अनुमान से अधिक है। कंपनी को दिसंबर तिमाही में एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में मजबूत बढ़ोतरी से सपोर्ट मिला। ब्लूमबर्ग पोल के एनालिस्ट्स ने 4,136 करोड़ रुपये के नेट प्रॉफिट का अनुमान लगाया था।
Bajaj Finance के AUM में 28% का उछाल
दिसंबर तिमाही में बजाज फाइनेंस की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) Q3 FY24 में 7655 करोड़ रुपये से 23 फीसदी बढ़कर 9382 करोड़ रुपये हो गई। इस मजबूत प्रदर्शन को एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में जोरदार बढ़ोतरी का सपोर्ट मिला, जो 31 दिसंबर 2024 तक 28 फीसदी बढ़कर 3.98 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 3.11 लाख करोड़ रुपये था।
बजाज फाइनेंस के शेयरों में आज 2 फीसदी की तेजी देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 7758.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद नतीजे जारी किए हैं।
Bajaj Finance की एसेट क्वालिटी
एसेट क्वालिटी की बात करें तो बजाज फाइनेंस का ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (GNPA) 31 दिसंबर 2024 तक बढ़कर 1.12 फीसदी हो गया, जो एक साल पहले 0.95 फीसदी था। इसी तरह, नेट NPA 0.37 फीसदी से बढ़कर 0.48 फीसदी हो गया। स्टेज 3 एसेट्स पर प्रोविजनिंग कवरेज रेश्यो 57 फीसदी रहा। Q3 FY25 में लोन लॉस के लिए प्रोविजन काफी बढ़कर ₹2043 करोड़ हो गए, जो पिछले साल ₹1,248 करोड़ थे। वित्तीय संपत्तियों के औसत पर लोन लॉस और प्रोविजन 2.16 फीसदी रहे।
लेंडर का कैपिटल एडेक्वेसी रेश्यो (CRAR), जिसमें टियर-II कैपिटल शामिल है, Q3 FY25 के अंत में 21.57 फीसदी रहा, जबकि टियर-I कैपिटल 20.79 फीसदी था। नेट टोटल इनकम में 26 फीसदी की बढ़ोतरी होकर यह ₹11,673 करोड़ पर पहुंच गई, वहीं प्री-प्रोविजनिंग ऑपरेटिंग प्रॉफिट 27 फीसदी बढ़कर ₹7,805 करोड़ हो गया।
Bajaj Finance ने ग्राहक फ़्रैंचाइज में Q3 FY25 में अपनी सबसे बड़ी तिमाही वृद्धि दर्ज की, जिसमें 5.03 मिलियन नए ग्राहक जुड़े। इसका कुल कस्टमर बेस 97.12 मिलियन रहा, जो पिछले साल के 80.41 मिलियन से 21 फीसदी अधिक है। इसके अरावा, तिमाही में नई लोन बुकिंग्स भी 12.06 मिलियन के ऐतिहासिक उच्चतम स्तर पर पहुंची, जो Q3 FY24 के मुकाबले 22 फीसदी अधिक है।