दिसंबर 2024 तिमाही में प्राइवेट पावर कंपनी जेएसडब्ल्यू एनर्जी (JSW Energy) के कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 27 पर्सेंट की गिरावट रही। इस दौरान कंपनी का मुनाफा घटकर 168 करोड़ रुपये हो गया। थर्मल और हाइड्रोपावर प्लांट्स में रेवेन्यू कम रहने का असर कंपनी के मुनाफे पर पड़ा। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि सज्जन जिंदल की अगुवाई वाली कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 231 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया था।
संबंधित अवधि में कंपनी का रेवेन्यू घटकर 2,640 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 2,661 करोड़ रुपये था। कंपनी का कहना है कि इस दौरान कंपनी की रिन्यूएबल क्षमता में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन रत्नागिरी और विजयनगर प्लांट में शॉर्ट टर्म में रेवेन्यू कम हो गया। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में कंपनी का इबिट्डा (EBITDA) 9 पर्सेंट घटकर 1,115 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 1,229 करोड़ रुपये था। इस दौरान इबिट्डा मार्जिन 42.2 पर्सेंट था, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 46.2 पर्सेंट रहा था।
जेएसडब्ल्यू एनर्जी द्वारा 28 जनवरी को पेश किए गए इनवेस्टर प्रेजेंटेशन के मुताबिक, कंपनी के पास 8,117 मेगावॉट की ऑपरेशनल क्षमता थी, जबकि अतिरिक्त 7,570 मेगावॉट की अतिरिक्त कंस्ट्रक्शन क्षमता अंडर-कंस्टक्शन है। प्रेजेंटेशन के मुताबिक, फाइनेंशियल ईयर 2025 के आखिर तक जेएसडब्ल्यू एनर्जी की कुल ऑपरेशनल क्षमता तकरीबन 10 गीगावॉट होगी।
संबंधित अवधि में जेएसडब्ल्यू एनर्जी का नेट जेनरेशन सालाना आधार पर 10 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 6.75 अरब यूनिट रहा। कंपनी के प्रेजेंटेशन के मुताबिक, दिसंबर 2024 तिमाही में कंपनी का नेट रिन्यूएबल जेनरेशन सालाना आधार पर 18 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 1.6 अरब यूनिट रहा, जबकि टोटल थर्मल जेनरेशन सालाना 8 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 5.1अरब यूनिट था।