Share Market Rally: दो दिनों की लगातार गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजारों ने आज 28 जनवरी को जोरदार वापसी की। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों कारोबार के दौरान 1.5% तक उछल गए। इसके साथ ही भारतीय शेयर बाजार चीन के नए AI मॉडल ‘डीपसीक’ के चलते ग्लोबल बाजारों में आई गिरावट के साए से भी बाहर निकलते दिख रहे हैं। हालांकि ब्रॉडर मार्केट में गिरावट आज भी जारी रही, जिसके चलते निवेशकों का मुनाफा सीमित रहा।
बीएसई सेंसेक्स 1,146.79 अंक या 1.5 प्रतिशत चढ़कर दिन के उच्चतम स्तर 76,512.96 पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी 308.8 अंक या 1.35 प्रतिशत बढ़कर 23,137.95 पर पहुंच गया।
1. बैंकिंग शेयरों ने की तेजी की अगुआई
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैकिंग सिस्टम में नकदी यानी लिक्विडिटी बढ़ाने के उपायों का ऐलान किया है, जिसके बाद बैंकिंग शेयर आज जोश में दिखाई दिए। निफ्टी बैंक इंडेक्स 2 फीसदी उछल गया। HDFC बैंक, एक्सिस बैंक और ICICI बैंक जैसे बैकिंग शेयर टॉप गेनर्स में शामिल रहे। इसके अलावा LIC हाउसिंग फाइनेंस, बजाज फाइनेंस और महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे फाइनेंशियल शेयरों में भी 1.5 से 4 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस-प्रेसिडेंट, अजीत मिश्रा ने बताया, “पहले ICICI बैंक के अच्छे नतीजे और फिर RBI की ओर से लिक्विडिटी बढ़ाने के उपायों ने फाइनेंशियल और बैंकिंग शेयरों में आज तेजी ला दी।” ICICI बैंक का शुद्ध मुनाफा दिसंबर तिमाही में पिछले साल के मुकाबले 15 फीसदी बढ़कर 11,792 करोड़ रुपये रहा।
2. डीपसीक R1 से जुड़ी आशंकाओं में कमी
चीन ने नए AI मॉडल ‘DeepSeek R1’ के लॉन्च होने के बाद एक दिन पहले 27 जनवरी को दुनिया भर के शेयर बाजारों में तेज गिरावट देखने को मिली थी। खासतौर से टेक कंपनियों के शेयरों को गोता लगाते हुए देखा गया। चीन का यह नया स्टार्टअप, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) के क्षेत्र में एनवीडिया के दबदबे को भी चुनौती दे रहा है। इसके चलते S&P 500 इंडेक्स सोमवार को 1.5 प्रतिशत गिर गया। जबकि टेक कंपनियों के दबदबे वाले नैस्डेक 100 इंडेक्स में 3 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
भारतीय शेयर बाजारों में भी तेज रिएक्शन देखने को मिला था। सेंसेक्स सोमवार को 824 अंक गिरकर सात महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ। हालांकि आज मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार ‘डीपसीक’ के डर के साए से बाहर निकलते हुए दिखे। वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के क्रांति बाथिनी ने बताया, “बाजार ने यह देखा कि ‘DeepSeek R1’ के लॉन्चिंग का भारतीय कंपनियों पर कोई सीधा असर नहीं है। इसके चलते कल की घबराहट में हुई बिक्री के बाद आज रिकवरी देखने को मिल रही है।”
3. बाजार के ओवरसोल्ड जोन ने निवेशकों को किया आकर्षित
भारतीय शेयर बाजार हाल में आई तेज गिरावट के बाद ओवरसोल्ड जोन में चले गए थे, जिसने खरीदारों को निचले स्तर पर दांव लगाने के लिए आकर्षित किया है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वाइस-प्रेसिडेंट रुचित जैन ने कहा, “अमेरिकी डॉलर इंडेक्स और बॉन्ड यील्ड अपने-अपने शिखर से नीचे आ गए हैं, जो भारतीय शेयर बाजारों के लिए पॉजिटिव है। ऐसी परिस्थितियों में रिकवरी की उम्मीद की जा रही थी।”
4. टेक्निकल सेटअप
हालिया करेक्शन के बाद शेयर बाजार अब अपने लॉन्ग-टर्म औसत के मुताबिक कारोबार कर रहा है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट डॉ वीके विजयकुमार ने कहा, “निवेशकों को इस मौके का इस्तेमाल फंडामेटल रूप से मजबूत और अच्छे क्वालिटी स्टॉक्स को पोर्टफोलियो में जोड़ने के लिए करना चाहिए। मिड-और स्मॉल-कैप की तुलना में लार्ज-कैप शेयरों का बेहतर प्रदर्शन बाजारों के लिए एक अच्छा संकेत है।”
वहीं जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट, आनंद जेम्स ने कहा, “निफ्टी इस समय कंसॉलिडेशन की कोशिश कर रहा है। अगर इंडेक्स 22,800 से ऊपर रहता है, तो फिर यह 23,128 या 23,211 की ओर जाता हुआ दिख सकता है। हालांकि, नियर-टर्म में इस सीमा से आगे कोई तेज उछाल की संभावना कम है।”
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