Pine Labs IPO: फिनटेक कंपनी पाइन लैब्स अपने IPO के लिए मिड फरवरी तक ड्राफ्ट डॉक्युमेंट फाइल कर सकती है। इस पर तेजी से काम जारी है। सूत्रों ने बताया कि सिंगापुर से पाइन लैब्स का बेस भारत में ट्रांसफर करने की फॉर्मेलिटीज पूरी होने के बाद, कंपनी जल्द से जल्द भारतीय कैपिटल मार्केट में एंट्री करना चाहती है। बैंकरों का कहना है कि कंपनी का लक्ष्य अगस्त तक शेयर बाजार में लिस्ट होने का है। पाइन लैब्स गिफ्टिंग और क्रेडिट के अलावा ई-कॉमर्स और रिटेल मर्चेंट्स को ऑनलाइन और ऑफलाइन गेटवे सर्विसेज उपलब्ध कराती है।
कंपनी के IPO के लिए एक्सिस कैपिटल, सिटी, मॉर्गन स्टेनली, जेफरीज और जेपी मॉर्गन को मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया गया है। सूत्रों ने बताया कि पाइन लैब्स का IPO, साल 2021 में आए पेटीएम के 20 अरब डॉलर से ज्यादा के IPO के बाद पेमेंट स्पेस में सबसे बड़ा IPO रह सकता है।
कितनी रह सकती है वैल्यूएशन
हालांकि पाइन लैब्स ने अभी तक अपनी वैल्यूएशन तय नहीं की है। बैंकरों ने कहा कि कंपनी अपने पिछले फंडिंग राउंड की तुलना में बहुत ज्यादा प्रीमियम की मांग नहीं कर सकती है। कंपनी के आखिरी फंडिंग राउंड में वैल्यूएशन 5 अरब डॉलर थी। अप्रैल 2024 में बैरन फंड्स ने पाइन लैब्स की वैल्यूएशन को 5.8 अरब डॉलर आंका था, जबकि इनवेस्को ने इसे 4.8 अरब डॉलर रखा था।
एक बैंकर ने कहा, “ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल होने के बाद कंपनी अपना रोड शो शुरू करेगी और इससे वैल्यू डिस्कवरी की प्रक्रिया में मदद मिलेगी। इसका उद्देश्य निवेशकों के लिए पैसे छोड़ना है।” ऐसे में पाइन लैब्स की वैल्यूएशन लगभग 6-8 अरब डॉलर (50,000-70,000 करोड़ रुपये) हो सकती है, जिससे यह 1.2-1.5 अरब डॉलर का IPO बन जाएगा।
किस-किस का लगा है पैसा
पाइन लैब्स में प्राइवेट इक्विटी इनवेस्टर्स, वेंचर कैपिटल और विदेशी फंड्स ने पैसा लगा रखा है। इनमें पीक XV, पेपाल वेंचर्स, अल्फा वेव ग्लोबल, टेमासेक और मास्टरकार्ड जैसे नाम शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि मौजूदा निवेशक IPO में कंपनी का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा बेच सकते हैं। पाइन लैब्स के IPO में नए शेयर भी रह सकते हैं। ट्रैक्सन के अनुसार, पाइन लैब्स ने 2009 से अब तक 14 राउंड में लगभग 1.32 अरब डॉलर जुटाए हैं।