अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 562 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 73% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 325 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
ऑपरेशनल रेवेन्यू की बात करें तो अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में यह 5,830 करोड़ रुपए रहा। सालाना आधार पर इसमें 28% की बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 4,563 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाली राशि को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है।
कॉन्सोलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कॉन्सोलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि कॉन्सोलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
EBITDA क्या होता है?
EBITDA यानी अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन एंड अमॉर्टाइजेशन EBITDA किसी कंपनी की वह टोटल कमाई होती है, जिसमें ब्याज चुकाना, टैक्स देना, एसेट या मशीनों की वैल्यू में गिरावट को कंपनसेट करना और पुराने लोन या कर्ज चुकाने में खर्च होने वाली लागत शामिल नहीं होती है।
EBITDA किसी कंपनी या फर्म के ऑपरेशन या उसके संचालन की स्थिति बताता है। इसका उपयोग आमतौर पर कंपनियां अपने बिजनेस को इवैल्यूएट करने के लिए करती हैं। इसे कैलकुलेट करने में लागत या खर्चे को शामिल नहीं किया जाता है।
कंपनी के रेवेन्यू का परसेंटेज बताता है EBITDA मार्जिन
EBITDA मार्जिन किसी कंपनी के रेवेन्यू का परसेंटेज बताता है, जिससे उसके संचालन के ग्रोथ को आंका जाता है। किसी कंपनी का EBITDA मार्जिन पता होने से उसी इंडस्ट्री की दूसरी कंपनी के साथ रियल परफॉरमेंस की तुलना की जा सकती है।