मार्केट पर बात करते हुए JM Financial Services के फंड मैनेजर आशीष चतुरमोहता ने कहा कि मार्केट के टेक्सचर से रुख में बदलाव के संकेत दिख रहे हैं। यह शिफ्ट हमें उन सेक्टरों और शेयरों में देखने को मिल रहा है जहां हमें सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली थी। बाजार में स्लोडाउन के फेज में उन्हीं सेक्टरों और शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई है जो बुल मार्केट में सबसे ज्यादा भागे थे।
करेक्शन के बाद सेफ्टी की तरफ बाजार का फोकस बढ़ा
आशीष चतुरमोहता की राय है कि करेक्शन के बाद सेफ्टी की तरफ बाजार का फोकस बढ़ा है। ऐसे में काफी से समय से कमजोर प्रदर्शन कर रहे एफएमसीजी सेक्टर में अब प्राइस स्टेबिलिटी आनी शुरू हो गई है। हालिया गिरावट में एफएमसीजी काफी कम गिरा है। दूसरा सेक्टर आईटी है जिसमें रुझान बढ़ सकता है। आईटी को रुपए में कमजोरी और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार का फायदा मिलेगा। बाजार सुरक्षित दांव खेल रहा है। हाई बीटा थीम में मुनाफावसूली हावी है।
कैश पर रहने की बजाय सेक्टर रोटेशन पर फोकस करने की जरूरत
आशीष ने आगे कहा कि इस समय कैश पर रहने की बजाय सेक्टर रोटेशन पर फोकस करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि उनकी तरफ से IT और लार्जकैप का वेजेट बढ़ाया गया है। मिडकैप-स्मॉलकैप का वेटेज घटाया गया है। EMS पर अभी ओवरवेट नजरिया कायम है। निवेश के नजरिए से आशीष को कैपिटल मार्केट थीम में BSE और CDSL पसंद हैं। उनका कहना है कहना है कि कैपिटल मार्केट थीम में उनकी गिरावट पर खरीदारी की रणनीति है।
इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग स्पेस काफी अच्छा
आशीष का कहना है कि हाल के दिनों में आए करेक्शन के बावजूद इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग स्पेस (EMS) काफी अच्छा नजर आ रहा है। इस पर नजर रहनी चाहिए। सरकार के देश में मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ाने के प्रयास का फायदा इस सेक्टर को मिलता दिख रहा है। इस स्पेस में हमें आगे सालाना 30 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिल सकती है।
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