सीएनबीसी-आवाज़ के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल का कहना है कि आज फिर बाजार में कुछ Accidents हो सकते हैं। IndiaMart, इंडिया सीमेंट्स, डालमिया भारत Accidents हो सकते हैं। बाजार में इस समय निराशा की बिलकुल जगह नहीं। अच्छे नतीजों में भी बाजार कमियां खोज रहा है। कल इंडियन होटल्स, ओबरॉय की भी जमकर धुनाई हुई। क्या लेना है नहीं, क्या बेचना है अब इस बाजार की थीम है। FIIs की ताबड़तोड़ बिकवाली अभी भी जारी है।
अब लोग FIIs के शॉर्ट का मजाक उड़ाना बंद करेंगे। FIIs के शॉर्ट ने 3 महीने में 3 साल का पैसा बनाया है। रिटेल ने 3 महीन में 3 साल जितना पैसा खोया है। बाजार में ये एक खराब दौर है। जो इस दौर से सही सलामत निकलेगा, अगले दौर में बड़ा पैसा बनाएगा। बाजार काफी समय तक oversold रह सकता है। इस समय आप का फोकस बचाने पर होना चाहिए, ना कि बनाने में
अभी बचाएंगे तो अगले बुल फेज में पैसा कमाएंगे। DIP और SIP का फॉर्मूला ना भूलें, लेकिन ट्रेडिंग में सावधान रहें।
आज होगी बड़े नतीजों पर नजर
HDFC बैंक, HUL, BPCL, कोफोर्ज, HUDCO, परसिस्टेंट सिस्टम्स, पिडिलाइट, पॉलीकैब, टाटा कम्युनिकेशन्स के नतीजों पर आज बाजार की नजर होगी।
HDFC बैंक और HUL, यानि सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक और सबसे बड़ी FMCG कंपनी के नतीजे ।
कोफोर्ज, परसिस्टेंट सिस्टम्स: मिडकैप IT के 2 सबसे बड़े शेयर है।
पिडिलाइट, पॉलीकैब: नॉन इंडेक्स कंजम्प्शन के बड़े शेयर है।
HDFC बैंक पहले ही कह चुका है मुझसे उम्मीद ना रखें। लेकिन अगर कमेंट्री में कुछ पॉजिटिव हो तो बात बन जाए। HUL के नतीजे और कमेंट्री बहुत ही अहम होगी।
निफ्टी: कहां तक गिर सकते हैं?
रैली का शुरुआती प्वाइंट लेते हैं 4 जून का क्लोजिंग लेवल 21,884 पर है । वहां से 4,332 अंकों की रैली हुई थी 26,216 तक जाएगा। 26 Sep को 26,216 का क्लोजिंग लेवल था यानि 3.5 महीने में 4,332 अंकों की रैली हुई थी। वहां से अब हम 3,192 अंक गिर चुके हैं। यानि अब हम पूरी रैली का 74% retrace हो चुके हैं।
ऐसे में अब 22,000 का रास्ता भी निफ्टी के लिए खुला है। दिक्कत ये है कि रिटेल शॉर्ट कर के भी नहीं कमा पा रहा है। बीच-बीच में शॉर्ट कवरिंग भी जोरदार होती है लेकिन छोटी मोटी शॉर्ट कवरिंग से बड़ा bear नहीं डरेगा।
रिटेल: फंस गया ना बेचारा?
शेयर शिखर से फिसले
वोडा आइडिया 51%
रिटेल: अब क्या करें?
जहां नुकसान है वहां पैसा बनाने की ना सोचें। इस बाजार में revenge trading नहीं काम करेगी। हर रैली में फंसी हुई पोजीशन से निकलें। जैसे परसों मौका था वोडा आइडिया से निकलने का। Relative strength पर फोकस कीजिए। निफ्टी, निफ्टी जूनियर के ETF में भी कुछ पैसा डाल सकते हैं ।
निफ्टी पर रणनीति
अब निफ्टी में लेवल का कोई मतलब नहीं है। सारे लेवल अब काल्पनिक हैं
अब ये बाजार सेंटिमेंट का है, लेवल का नहीं। जबतक शॉर्ट डरेगा नहीं, बाजार चलेगा नहीं। हर छोटी या बड़ी रैली ऐसे ही फेल होगी। जहां रैली फेल हो वहां बेचें, 100 अंकों का SL लगाएं। 22,800-22,900 पर एक छोटा सपोर्ट है लेकिन टिकना मुश्किल है। एक तरफा बिकवाली नहीं होगी, बीच-बीच में कवरिंग आएगी। कल भी एक बार के लिए निफ्टी 250 अंक रिकवर हुआ था।
निफ्टी बैंक पर रणनीति
HDFC बैंक के नतीजे और कमेंट्री पर नजर रखें। बैंक निफ्टी एक के बाद एक googly फेंक रहा है। रिटेल के लिए बैंक निफ्टी को ट्रेड करना नामुमकिन है।
(डिस्क्लेमर: दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।