Dixon Technologies share price: शेयर बाजार में उथल-पुथल के बीच डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयर मंगलवार (21 जनवरी) को बीएसई पर 14 फीसदी तक लुढ़क गए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट एक दिन पहले तीसरी तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद आई है। दोपहर 12:20 बजे डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयर 2309.65 रुपये या 13.16% गिरकर 15244.80 पर कारोबार कर रहे थे। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 1.05% गिरकर कारोबार कर रहा था। मजबूत तिमाही नतीजों को देखते हुए ज्यादातर ब्रोकरेज कंपनियों ने डिक्सन टेक्नोलॉजी के टारगेट प्राइस में बदलाव किया है। साथ ही स्टॉक पर ‘BUY’ रेटिंग देते हुए 17% तक के अपसाइड रिटर्न का अनुमान जताया है।
ब्रोकेरीजीस फर्म्स का कहना है कि कंपनी का मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स मेन्युफेक्चरिंग सर्विस (EMS) डिवीजन तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी के ग्रोथ के प्राइमेरी इंजन के रूप में उभरा है।
Dixon Technologies: 17% अपसाइड के टारगेट
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने डिक्सन टेक्नोलॉजीज को खरीदने की सलाह दी है। ब्रोकरेज ने डिक्सन टेक पर 20,500 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह से शेयर सोमवार (20 जनवरी) के बंद भाव से 17% का अपसाइड रिटर्न दे सकता है।
ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी लगातार बैकवर्ड इंटीग्रेशन बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उम्मीद है कि डिस्प्ले मेन्युफेक्चरिंग 1Q/2QFY26 से शुरू हो जायेगी। हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025-26 तक समाप्त होने वाली पीएलआई योजना के कारण मार्जिन में कमी की भरपाई के लिए डिस्प्ले मेन्युफेक्चरिंग से मार्जिन में वृद्धि होगी।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा (Nuvama) ने ग्रोथ की गति में निरंतरता देखते हुए डिक्सन टेक्नोलॉजीज को ‘HOLD’ करने की सलाह दी है। साथ ही इसके लिए टारगेट प्राइस को 16,400 रुपये से बढ़ाकर 18,790 रुपये तय किया है।
नुवामा के अनुसार, डिक्सन टेक्नोलॉजीज के रेवेन्यू, Ebitda और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) में सालाना आधार पर क्रमश: 117 प्रतिशत, 112 प्रतिशत और 78 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इस वृद्धि का अधिकांश श्रेय मोबाइल सेगमेंट को जाता है जिसका रेवेन्यू और एबिटा सालाना आधार पर क्रमश: 190% और 210% बढ़ा। ब्रोकरेज ने दिसंबर 2024 में घोषित VIVO के साथ डिक्सन टेक्नोलॉजीज के हालिया जॉइंट वेंचर और सरकारी प्रोत्साहन पर निर्भर डिस्प्ले फैब मेन्युफेक्चरिंग सेक्टर में एंट्री करने की कंपनी की योजना पर भी फोकस किया है।
हालांकि, नुवामा ने अपने आउटलुक में थोड़ा बदलाव किया है और टीवी सेगमेंट में कमजोर प्रदर्शन की वजह से 2024-25 इनकम अनुमान को 3 फीसदी घटा दिया है।
ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशियल (JM Financial) ने भी डिक्सन टेक्नोलॉजीज पर ‘BUY’ रेटिंग दी है। साथ ही स्टॉक के लिए 19,000 का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह से शेयर सोमवार (20 जनवरी) के बंद भाव से 8% का अपसाइड रिटर्न दे सकता है।
जेएम फाइनेंशियल ने कहा कि डिक्सन टेक्नोलॉजीज ने तीसरी तिमाही में मजबूत प्रदर्शन किया। इस्मार्टू (Ismartu) द्वारा संचालित मोबाइल वृद्धि ग्रोथ की प्रमुख वजह रही। कंपनी का फोकस बैकवर्ड इंटीग्रेशन पर है। इसकी शुरुआत डिस्प्ले, कैमरा और बैटरी मॉड्यूल असेंबली से होती है। इसका उद्देश्य वैल्यू एडिशन और सप्लाई चेन कंट्रोल को बढ़ाना है जबकि एक्जीक्यूशन महत्वपूर्ण रहता है।
ब्रोकरेज ने 19,000 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ‘BUY’ रेटिंग बनाए रखी है। साथ ही संभावित उछाल और एग्जीक्यूशन जोखिमों को देखते हुए स्टॉक का वैल्यूएशन 66x Mar’27E EPS पर किया है।
हांगकांग स्थित ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने भी डिक्सन टेक्नोलॉजीज पर ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग बनाए रखी है और टारगेट प्राइस 18,800 रुपये तय किया है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि मीडियम अवधि में कंपनी का मोबाइल सेगमेंट ग्रोथ का प्रमुख चालक होगा।
डिक्सन टेक्नोलॉजीज शेयर हिस्ट्री
डिक्सन टेक्नोलॉजीज का मंगलवार (21) को इंट्राडे ट्रेड में बीएसई पर 14% तक गिर गया। मुनाफा वसूली की वजह से कंपनी के शेयर में गिरावट आई है। शेयर के परफॉर्मेंस की बात करें तो यह पिछले एक महीने में लगभग 15% गिर चुका है। जबकि पिछले छह महीने में शेयर 35.46% चढ़ा है। वहीं, एक साल में शेयर ने 153.60% का धमाकेदार रिटर्न दिया है। स्टॉक का 52 वीक हाई 19,149 रुपये जबकि 52 वीक लो 5,785 रुपये है। बीएसई पर स्टॉक का टोटल मार्केट कैप 91,581 करोड़ रुपये है।
कैसे रहे डिक्सन टेक्नोलॉजीज के तिमाही नतीजे?
डिक्सन टेक्नोलॉजीज का कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट 31 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 77.5 फीसदी बढ़कर 171.19 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 96.44 करोड़ रुपये था। हालांकि, तिमाही आधार पर कंपनी का मुनाफा 56% घटा है।
कंपनी का ऑपरेशंस से कंसोलिडेट रेवेन्यू दिसंबर तिमाही में दोगुना से ज्यादा 117% बढ़कर 10,453.68 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 4,818.25 करोड़ रुपये था। हालांकि, तिमाही आधार पर कंपनी के रेवेन्यू में 9.4 फीसदी की कमी आई है।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेजीस ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)