अगले दो वित्त वर्षों (2025-27) में कुल 1,000 कंपनियां अपना IPO ला सकती हैं। एसोसिएशन ऑफ इनवेस्टमेंट बैंकर्स ऑफ इंडिया (AIBI) ने यह बात कही है। IPOs की इतनी बड़ी संख्या आर्थिक वृद्धि, अनुकूल बाजार स्थितियों और रेगुलेटरी फ्रेमवर्क में सुधार से प्रेरित होगी। AIBI ने कहा कि इसके अलावा, अगले वित्त वर्ष 2025-26 में IPO और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से जुटाया जाना वाला अमाउंट 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है।
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय पूंजी बाजार बहुत तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 6 वित्त वर्षों में अब तक 851 कंपनियों ने IPO लाकर कुल मिलाकर 4.58 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं। इनमें 281 IPO बड़ी कंपनियों के और 570 SME के रहे।
FY24 में IPO के जरिए जुटाए गए 67955 करोड़
वित्त वर्ष 2023-24 में IPO के जरिए कुल 67,955 करोड़ रुपये जुटाए गए। इसमें बड़ी कंपनियों ने 61,860 करोड़ रुपये और SME ने 6,095 करोड़ रुपये जुटाए। इसके अलावा 61 QIP के जरिए करीब 68,972 करोड़ रुपये जुटाए गए।
2024 में IPO वॉल्यूम के मामले में भारत दुनिया में टॉप पर
AIBI के चेयरमैन महावीर लूणावत ने कहा, “भारत ने 2024 में IPO वॉल्यूम के मामले में वैश्विक स्तर पर टॉप पोजिशन हासिल करके एक अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है। 335 IPO के साथ भारत ने सफलतापूर्वक अमेरिका और यूरोप दोनों को पीछे छोड़ दिया।” आगे कहा, “पिछले दो वित्त वर्षों से IPO के माध्यम से पूंजी जुटाने की गतिविधियां बढ़ रही हैं और 2026 में भी इसमें वृद्धि जारी रहेगी। अगले वित्त वर्ष यानि वित्त वर्ष 2025-26 में IPO और QIP के माध्यम से कुल 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी जुटाए जाने की उम्मीद है।”