Infosys Q3 Results Preview: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस (Infosys) के तीसरी तिमाही के नतीजों का निवेशकों को बेसब्री से इंतजार है। आईटी दिग्गज अक्टूबर-दिसंबर क्वार्टर का रिजल्ट गुरुवार (16 जनवरी) को जारी करेगी।
एनालिस्ट्स के अनुमानों के अनुसार, इन्फोसिस (Infosys) का एवरेज रेवेन्यू दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 6.3% बढ़कर 41,298 करोड़ रुपये रह सकता है। 2023-24 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में यह 38,821 करोड़ रुपये था। तिमाही आधार पर रेवेन्यू 0.7 प्रतिशत बढ़कर 40,986 करोड़ रुपये रह सकता है।
एनालिस्ट्स का कहना है कि आईटी दिग्गज इन्फोसिस के दिसंबर तिमाही में नेट प्रॉफिट 6,820 करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है। वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में यह 6106 करोड़ रुपये था। यह दर्शाता है कि 2024-25 की दिसंबर में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 11.6% बढ़ सकता है। तिमाही आधार पर कंपनी के प्रॉफिट में 4.8% वृद्धि का अनुमान है।
इन्फोसिस Q3 FY25 रिजल्ट पर प्रमुख ब्रोकरेज फर्मों की राय;
Nuvama Institutional Equities:
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का अनुमान है कि स्टेबल करेंसी (सीसी) के लिहाज से तिमाही आधार पर इंफोसिस का रेवेन्यू 0.8 प्रतिशत बढ़ सकता है। जबकि अमेरिकी डॉलर के लिहाज से रेवेन्यू फ्लैट रह सकता है।
Motilal Oswal
मोतीलाल ओसवाल ने इन्फोसिस के लिए रेवेन्यू ग्रोथ तिमाही आधार पर 1%बढ़ने का अनुमान लगाया है। हालांकि, छुट्टियों की वजह से प्रदर्शन पर असर पड़ने की संभावना है। ब्रोकरेज ने आशंका जताई है कि इंफोसिस के लिए वित्त वर्ष की दूसरी छमाही पहली छमाही की तुलना में कमजोर रह सकती है।
HDFC Securities
इंफोसिस को कांस्टेंट करेंसी (सीसी) के संदर्भ में +0.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है, जो क्षैतिज रूप से निरंतर विकास गति को दर्शाता है। कंपनी वित्त वर्ष के लिए अपने ग्रोथ गाइडेंस में भी बदलाव कर सकती है। हालांकि, मार्जिन को लेकर गाइडेंस में बदलाव की उम्मीद नहीं है, जो विकास को गति देते हुए परिचालन स्थिरता बनाए रखने पर इंफोसिस के फोकस को दर्शाता है।
कैसे रहे थे Q2 नतीजे ?
इन्फोसिस (Infosys) का 2024-25 की दूसरी तिमाही में नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 4.7 प्रतिशत बढ़कर 6,506 करोड़ रुपये रहा था। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 6,212 करोड़ रुपये था। पहली तिमाही की तुलना में कंपनी का मुनाफा 2.2 प्रतिशत बढ़ा था। कंपनी का रेवेन्यू भी जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 40,986 करोड़ रुपये रहा था।