Delta Autocorp IPO Listing: ‘Deltic’ ब्रांड की इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया गाड़ियां बनाकर बेचने वाली डेल्टा ऑटोकॉर्प के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 342 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 130 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 175.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 34.62 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Delta Autocorp Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 178.00 रुपये (Delta Autocorp Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 36.92 फीसदी मुनाफे में हैं।
Delta Autocorp IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
डेल्टा ऑटोकॉर्प का ₹4.06 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7-9 जनवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 342.1 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 178.64 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 624.28 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 314.33 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 50.54 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 3.12 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी इलेक्ट्रिक तिपहिया फैब्रिकेशन प्लांट और पेंटिंग प्लांट बनाने, नए प्रोडक्ट के डेवलपमेंट, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Delta Autocorp के बारे में
वर्ष 2016 में बनी डेल्टा ऑटोकॉर्प इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया बनाती है। इसके गाड़ियों की बिक्री ‘डेल्टिक’ ब्रांड नाम के तहत होती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 4.20 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 5.13 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 8.22 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 18 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 81.17 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-अक्टूबर 2024 में इसे 4.81 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 45.28 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।