Market Today : भारतीय बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी के 13 जनवरी को गिरावट के साथ खुलने की संभावना है। गिफ्ट निफ्टी 23,338 के आसपास कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा है। 10 जनवरी को भारी उतार-चढ़ाव भरे सत्र के दौरान भारतीय बाजार में गिरावट दर्ज की गई थी। जिसमें निफ्टी 23,350 से नीचे गिर गया था। इसकी वजह सभी सेक्टरों में बिकवाली रही थी। केवल आईटी शेयरों में तेजी आई थी। टीसीएस के अनुमान से बेहतर तीसरी तिमाही के नतीजोम ने आईटी शेयरों में जोश भर दिया था। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 241.30 अंक या 0.31 प्रतिशत गिरकर 77,378.91 पर और निफ्टी 95 अंक या 0.40 प्रतिशत गिरकर 23,431.50 पर बंद हुआ था।
गिफ्ट निफ्टी
GIFT निफ्टी कमजोर कारोबार कर रहा है। ये दिन की नकारात्मक शुरुआत का संकेत है। निफ्टी फ्यूचर्स 23,338 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। फिलहाल गिफ्ट निफ्टी 20 अंक यानी 0.09 फीसदी की गिरावट के साथ 23,309 के स्तर पर दिख रहा है।
एशियाई बाजार
एशियाई शेयरों में कमजोर कारोबार देखने को मिल रहा है। निक्केई आज बंद है। वहीं,स्ट्रेट टाइम्स 0.27 फीसदी की कमजोरी दिखा रहा है। हैंगसेंग में भी 1.61 फीसदी की कमजोरी है। ताइवान का बाजार 1.52 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। कोस्पी में 0.96 फीसदी की कमजोरी दिख रही है। जबकि शांघाई कम्पोजिट में 0.41 फीसदी की गिरावट नजर आ रही है।
अमेरिकी बाजार
शुक्रवार को अमेरिकी शेयरों में बिकवाली हुई थी। S&P 500 ने 2025 की सारी बढ़त को खत्म कर दिया। मजबूत जॉब रिपोर्ट के बाद महंगाई की नई आशंकाओं को हवा मिली, जिससे यह अनुमान मजबूत हुआ कि फेडरल रिजर्व इस साल ब्याज दरों में कटौती करने में सतर्क नजरिया अपना सकता है। वॉल स्ट्रीट के मुख्य सूचकांक लगातार दूसरे सप्ताह लाल निशान में बंद हुए। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 696.75 अंक या 1.63% गिरकर 41,938.45 पर आ गया, एसएंडपी 500 91.21 अंक या 1.54% गिरकर 5,827.04 पर आ गया और नैस्डैक कंपोजिट 317.25 अंक या 1.63% गिरकर 19,161.63 पर आ गया।
यूएस बॉन्ड यील्ड
सोमवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी 10-ईयर ट्रेजरी 149 बीपीएस बढ़कर 4.75 प्रतिशत पर पहुंच गया, तथा 2-ट्रेजरी ट्रेजरी 270 बीपीएस बढ़कर 4.37 प्रतिशत पर पहुंच गया।
डॉलर इंडेक्स
ट्रेजरी यील्ड में अप्रत्याशित बढ़त ने डॉलर को को मजबूती दी है। फिलहाल डॉलर इंडेक्स 109.66 के स्तर पर दिख रहा है।
एशियन करेंसी
सोमवार को शुरुआती कारोबार में एशियाई मुद्राएं अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमज़ोर रहीं। साल-दर-साल आधार पर, फिलीपींस पेसो और थाई बहत को छोड़कर प्रत्येक में 1 फीसदी से अधिक की गिरावट आई।
फंड फ्लो एक्शन
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) लगातार छठे दिन शुद्ध विक्रेता बने रहे, क्योंकि उन्होंने 10 जनवरी को 2,254.68 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची, दूसरी ओर घरेलू संस्थागत ने उसी दिन 3,961.92 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।