इस हफ्ते बाजारों में बहुत बड़ी हलचल के आसार नहीं हैं। लेकिन कुल मिलाकर निवेशकों का मनोबल कमजोर रहने की संभावना है। भारतीय इक्विटी बेंचमार्क पिछले हफ्ते नुकसान के साथ बंद हुए जिसकी आंशिक वजह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बिकवाली रही। उन्होंने 17,289 करोड़ रुपये के शेयर बेचे और सेंसेक्स तथा निफ्टी में क्रमश: 2.4 फीसदी और 2.3 फीसदी की गिरावट आई।
अहम कंपनियों के तिमाही नतीजे, अमेरिकी नीतियों में संभावित बदलाव और नौकरी के नए आंकड़ों का निवेशकों के मनोबल पर असर पड़ सकता है। फेडरल रिजर्व के दर घटाने की संभावना कम ही लग रही है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के पूर्व प्रमुख (खुदरा शोध) दीपक जसानी ने कहा कि अमेरिकी बाजार में नुकसान को देखते हुए इस हफ्ते का पूर्वार्द्ध चुनौती भरा रहने की आशंका है। हालांकि हम जरूरत से ज्यादा बिकवाली वाले हालात में पहुंच रहे हैं।
ऐसे में बुधवार तक उछाल देखने को मिल सकती है। तब तक और नतीजे आ जाएंगे और काफी कुछ उन पर निर्भर करेगा। ऊपर की ओर निफ्टी के लिए 23,600 प्रतिरोध का अहम स्तर हो सकता है। बड़ी चाल शायद ही देखने को मिलेगी लेकिन कुल मिलाकर धारणा कमजोरी की रहेगी।
रफ्तार नहीं पकड़ पाए हैं म्युनिसिपल बॉन्ड
बाजार नियामक सेबी की चेयरपर्सन ने हालांकि म्युनिसिपल बॉन्ड, रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट को लेकर आशावाद जताया है लेकिन रकम जुटाने के ये माध्यम अभी जोर नहीं पकड़ पाए हैं। नियामक के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 तक 11 नगर निगमों ने करीब 2,684 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
हालांकि सूत्रों ने संकेत दिया कि छह से सात नगर निगम इस रास्ते से रकम जुटाने पर विचार कर रहे हैं। करीब आधा दर्जन निगम इस साल मार्च-अप्रैल तक म्युनिसिपल बॉन्डों के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक अधिकारी ने पहले कहा था कि म्युनिसिपल बॉन्डों में संभावना तलाशने के लिए नियामक कई नगर निगमों से बातचीत कर रहा है।
लक्ष्मी डेंटल आईपीओ का जीएमपी 37 फीसदी
ऑर्बिमेड समर्थित लक्ष्मी डेंटल का आईपीओ सोमवार को खुल रहा है और इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम अपने इश्यू प्राइस से 37 फीसदी ज्यादा है। 698 करोड़ रुपये के आईपीओ में 138 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे जबकि 560 करोड़ रुपये का ओएफएस होगा।
कंपनी ने एंकर निवेशकों को 314 करोड़ रुपये के शेयर आवंटित किए हैं। नए शेयर से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कर्ज के भुगतान और कंपनी व सहायक इकाइयों के पूंजीगत खर्च पर होगा। लक्ष्मी डेंटल के उत्पादों की श्रृंखला में क्रॉउन्स ऐंड ब्रिज, क्लियर अलाइनर, थर्मोफॉर्मिंग शीट और बच्चों के लिए डेंटल साधन शामिल हैं।