Stock market : आज बाजार में गिरावट का सिलसिला थम गया। सेंसेक्स-निफ्टी आज बढ़त पर बंद होने में कामयाब रहे हैं। निफ्टी में करीब 90 अंक की तेजी देखने को मिली। दिग्गजों के साथ ही छोटे-मझोले शेयरों में भी तेजी रही। मिडकैप इंडेक्स करीब 1 फीसदी चढ़ा है। FMCG, मेटल, तेल-गैस और पावर सेक्टर में तेजी देखने को मिली है। ऑटो, फार्मा और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स शेयरों में भी तेजी देखने को मिली है। BSE के अधिकतर सेक्टर इंडेक्सों में खरीदारी देखने को मिली है। वहीं, IT,रियल्टी और बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली का दबाव रहा।
सेंसेक्स 360 अंक चढ़कर 72664 पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी 98 अंक चढ़कर 22055 पर बंद हुआ है। बैंक निफ्टी 67 प्वाइंट गिरकर 47,421 पर बंद हुआ है। मिडकैप 423 अंक चढ़कर 49,532 पर बंद हुआ है। सेंसेक्स के 30 में से 21 शेयरों में खरीदारी है। वहीं, निफ्टी के निफ्टी के 50 में से 36 शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। बैंक निफ्टी के 12 में से 8 शेयरों में खरीदारी रही।
साप्ताहिक आधार पर देखें तो सेंसेक्स और निफ्टी में 1.8 फीसदी और 2 फीसदी की गिरावट आई है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 3.5 फीसदी और 3.9 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। निफ्टी के 50 शेयरों में से 13 ने पॉजिटिव रिटर्न दिया है। हीरो मोटोकॉर्प, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज और एचयूएल टॉप गेनर रहे हैं। वहीं, श्रीराम फाइनेंस, डॉ. रेड्डीज लैब, टाइटन इस हफ्ते निफ्टी के टॉप लूजरों में रहे हैं।
11 मई को कैसी रह सकती है बाजार की चाल
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि भारतीय बाज़ार आज मोटे तौर पर पॉजिटिव रहे। हालांकि, बाजार में वैल्यूएशन महंगा होने और कम मतदान प्रतिशत को देखते हुए निवेशकों के मन में चुनावी घबराहट बनी है। जिसके चलते बिकवाली आई है। नेट इंटरेस्ट मार्जिन में गिरावट के संकेतों और आरबीआई की रेग्युलेटरी कार्रवाइयों के चलते फाइनेंशियल शेयरों में कमजोरी देखने को मिली। दरों में कटौती में देरी, महंगाई से जुड़ी चिंताओं, कंपनियों के नतीजों में कमजोरी और महंगे वैल्यूएशन के कारण एफआईआई भारतीय बाजार में बिकवाली कर रहे हैं। अब बाजार की नजर अमेरिकी महंगाई आंकड़ों और चाइनीज इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों पर अमेरिकी टैरिफ कार्रवाई की संभावना पर लगी रहेगी
वॉटरफील्ड एडवाइजर्स के विपुल भोवर का कहना है कि बाजार को मौजूदा लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए को आसानी से बहुमत मिलने की उम्मीद है। विश्लेषकों को उम्मीद है कि अगर एनडीए बहुमत हासिल कर लेती हो तो देश में नीतिगत स्थिरता, निरंतरता और नए रिफार्म होंगे। लेकिन इस बात की भी चिंता है कि अगर वर्तमान सरकार को पर्याप्त बहुमत नहीं मिलता तो बाजार में शॉर्ट टर्म में घबराहट पैदा हो सकती है। बाजार फिलहाल अनिश्चितता की स्थिति में है, जिसका मुख्य कारण चुनाव के तीसरे चरण में कम मतदान होना है। बाजार की नजर राजनीतिक घटनाक्रम विशेष रूप से चुनाव परिणाम और विभिन्न सेक्टरों और बाजार पर इसके संभावित प्रभाव पर लगी हुई है। महंगे वैल्यूएशन से जुड़ी चिंताओं और बाजार की वोलैटिलिटी को देखते हुए निवेशकों और ट्रेडरों को सावधानी बरतने की सलाह है।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के दम पर आज बाजार में अच्छी शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली जिसके चलते बाजार हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहा। हालांकि इंट्रा में तेज उतार-चढ़ाव के देखते हुए बाजार का ओवरऑल ट्रेंड अभी भी सतर्क बने रहने का है। निवेशक अगले कुछ हफ्तों के दौरान अपने इक्विटी एक्सपोजर पर नजर बनाए रखेंगे क्योंकि चुनावी मोर्चे से आने वाली कोई भी निगेटिव खबर आने वाले समय में बड़े पैमाने पर बिकवाली का कारण बन सकती है।
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