Fabtech IPO Listing: ढहते मार्केट में भी फैबटेक टेक्नोलॉजीज क्लीनरूम्स के शेयरों ने ढहते मार्केट में भी आईपीओ निवेशकों का पैसा लिस्टिंग पर ही डबल कर दिया। इसके आईपीओ को ओवरऑल 740 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 85.00 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी 161.50 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Fabtech Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 169.57 रुपये (Fabtech Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशकों का पैसा डबल हो चुका है।
Fabtech IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
फैबटेक का ₹27.74 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 3-7 जनवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 740.37 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 224.5 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1,485.52 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 715.05 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 32.64 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, केल्विन एयर कंडीशनिंग एंड वेंटिलेशन सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड की खरीदारी और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Fabtech Technologies Cleanrooms के बारे में
वर्ष 2015 में बनी फैबटेक टेक्नोलॉजीज क्लीनरूम्स फार्मा, हेल्थकेयर और बॉयोटेक सेक्टर्स में क्लीनरूम बनाने के लिए प्री-इंजीनियर्ड और प्री-फैब्रिकेटेड मॉड्यूलर पैनल और दरवाजे बनाती है। यह प्लांट्स के लिए क्लीनरूम प्रोडक्ट्स और टेक्नोलॉजी की सप्लायर है। इसके प्रोडक्ट रेंज में क्लीनरूम पैनल्स, व्यू पैनल्स, दरवाजे, सीलिंग पैनल्स, कोविंग्स, एचवीएसी सिस्टम्स और इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क्स शामिल हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 3.60 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 7.96 करोड़ रुपये पर पहुंच गया लेकिन वित्त वर्ष 2024 में गिरकर यह 5.78 करोड़ रुपये पर आ गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी उतार-चढ़ाव वाला रहा। वित्त वर्ष 2022 में इसे 113.95 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था जो वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 125.10 करोड़ रुपये पर पहुंच गया लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2024 में यह गिरकर 97.99 करोड़ रुपये पर आ गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 5.40 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 62.23 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।