कंपनियों के तिमाही नतीजों का दौर शुरू हो रहा है। ऐसे में ब्रोकरों को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 की पहली दो तिमाही में खराब प्रदर्शन के बाद तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में कंपनी जगत की आय और मुनाफा वृद्धि में मामूली सुधार दिख सकता है। मगर सुधार के बावजूद वृद्धि एक अंक में ही रहेगी। इससे वित्त वर्ष 2025 और वित्त वर्ष 2026 के लिए निफ्टी 50 सूचकांक की प्रति शेयर आय (ईपीएस) के अनुमान में और कमी की जा सकती है, जिसका असर शेयर बाजार पर पड़ सकता है।
विभिन्न ब्रोकिंग फर्मों के अनुमान के अनुसार निफ्टी 50 कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 7.9 फीसदी बढ़ेगा, जो तीन तिमाही में सबसे तेज वृद्धि होगी। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में निफ्टी कंपनियों का शुद्ध मुनाफा महज 1.8 फीसदी बढ़ा था। हालांकि यह वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के 15.4 फीसदी वृद्धि से कम ही रहेगी।
सूचकांक में शामिल कंपनियों की शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2025 की तीसकंपनियों के तिमाही नतीजों का दौर शुरू हो रहा है। ऐसे में ब्रोकरों को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 की पहली दो तिमाही में खराब प्रदर्शन के बाद री तिमाही में 5.1 फीसदी बढ़ सकती है जो दूसरी तिमाही में 4.5 फीसदी और वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 5.4 फीसदी बढ़ी थी। देश की शीर्ष सूचीबद्ध कंपनियों की आय वृद्धि लगातार सात तिमाही में एक अंक में रहेगी जबकि मुनाफा लगातार तीसरी तिमाही में एक अंक में बढ़ सकता है।
यह विश्लेषण निफ्टी की 50 में से 48 कंपनियों के तिमाही आंकड़ों के आधार पर किया गया है। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के अनुमान उपलब्ध नहीं हैं। हमारे नमूने में शामिल 48 कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 1.97 लाख करोड़ रुपये रहेगा जो दूसरी तिमाही में 1.88 लाख करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 1.83 लाख करोड़ रुपये था। इन कंपनियों की शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में बढ़कर 14.51 लाख करोड़ रुपये रहेगी जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 13.81 लाख करोड़ रुपये और चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 15.55 लाख करोड़ रुपये थी।
कंपनी जगत की आय और मुनाफा वृद्धि में बैंक, वित्त और बीमा (बीएफएसआई) कंपनियों का प्रदर्शन एक बार फिर बेहतर रहने की उम्मीद है। इसके अलावा बाकी क्षेत्रों की कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा 5.8 फीसदी बढ़ेगा। मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के अपने अनुमान में कहा है, ‘कंपनी जगत के मुनाफे में कुल वृद्धि मुख्य रूप से बीएफएसआई, पूंजीगत वस्तुओं, तकनीकी कंपनियों, स्वास्थ्य सेवा कंपनियों और रियल एस्टेट क्षेत्र की बदौलत आएगी। धातु, तेल एवं गैस तथा सीमेंट क्षेत्र की कंपनियों का मुनाफा कमजोर रहेगा।’