क्यों आई गिरावट?
Jefferies का कहना है कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा और भारी डिस्काउंट्स Zomato के मुनाफे पर दबाव डाल रहे हैं। लेकिन अभी कहानी में ट्विस्ट है! Morgan Stanley को Zomato पर पूरा भरोसा है। उन्होंने ‘Overweight’ रेटिंग बरकरार रखी है और टारगेट प्राइस ₹355 तय किया है। वहीं, Bernstein ने Zomato को अपने टॉप स्टॉक्स में जगह दी है।
Zomato की तिमाही रिपोर्ट: कुछ मीठा, कुछ फीका
Zomato ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (Q2FY25) में शानदार ₹176 करोड़ का मुनाफा कमाया, जो पिछले साल की इसी अवधि (Q2FY24) के ₹36 करोड़ से 5 गुना ज्यादा है। लेकिन पिछली तिमाही (Q1FY25) के ₹253 करोड़ के मुकाबले मुनाफा 30% गिरा है।
कंपनी का राजस्व (Revenue) जोरदार बढ़ा। Zomato का ऑपरेशंस से होने वाला कुल राजस्व Q2FY25 में ₹4,799 करोड़ रहा, जो पिछले साल ₹2,848 करोड़ था। यानी 69% की ग्रोथ देखने को मिली।
शेयर का सफर: ऊंचाई और गिरावट
- पिछले 5 दिनों में: शेयर 9% गिरा।
- पिछले एक महीने में: 14% की गिरावट।
- लेकिन पिछले एक साल में: निवेशकों को लगभग 90% का रिटर्न दिया!
Zomato: एक नजर में
2010 में शुरू हुई Zomato फूड डिलीवरी, डाइनिंग और लॉयल्टी प्रोग्राम्स जैसी सेवाएं देती है।
- मार्केट कैप: ₹2,45,456.67 करोड़
- 52 हफ्तों का हाई: ₹304.50
- 52 हफ्तों का लो: ₹121.70
आज का हाल
आज बाजार बंद होने तक Zomato का शेयर करीब 4.95% की गिरावट के साथ ₹251.75 पर ट्रेड कर रहा था। उधर, BSE सेंसेक्स 0.30% की तेजी के साथ 78,199.11 पर बंद हुआ।