Jajoo Rashmi Refractories IPO: फेरो एलॉय और रिफ्रैक्टरी मैटेरियल बनाने वाली जाजू रश्मि रिफ्रैक्टरीज ने IPO के जरिए 150 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बनाया है। इसके लिए कंपनी ने कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए हैं। 21 दिसंबर को फाइल किए गए डॉक्युमेंट्स के अनुसार, IPO में केवल नए शेयर जारी किए जाएंगे। ऑफर फॉर सेल नहीं होगा। IPO के लिए यूनिस्टोन कैपिटल को मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया गया है।
जाजू रश्मि रिफ्रैक्टरीज राजस्थान, पश्चिम बंगाल और गुजरात में अपनी 3 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के माध्यम से कारोबार चलाती है। इसके रेवेन्यू का 90 प्रतिशत से अधिक मध्य पूर्व, अफ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया, दक्षिण एशिया, पश्चिमी यूरोप और पूर्वी एशिया में एक्सपोर्ट और ऑपरेशंस से आता है।
फेरो एलॉयज का इस्तेमाल मुख्य रूप से स्टील मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में एक जरूरी कच्चे माल के रूप में किया जाता है। अपने रिफ्रैक्टरी प्रोडक्ट्स के हिस्से के रूप में कंपनी सिलिका रैमिंग मास, कास्टिंग पाउडर, क्वार्ट्ज पाउडर और नोजल फाइलिंग कंपाउंड बनाती है।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
जाजू रश्मि रिफ्रैक्टरीज IPO से हासिल आय में से 61.8 करोड़ रुपये का इस्तेमाल झारखंड के बोकारो में फेरो एलॉयज की उत्पादन क्षमताओं का विस्तार करने के लिए नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज लगाने के लिए करेगी। इसके अलावा 47.67 करोड़ रुपये का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल जरूरतों की फंडिंग के लिए और बाकी पैसे का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
वित्तीय तौर पर कितनी मजबूत है Jajoo Rashmi Refractories
वित्तीय मोर्चे पर कंपनी का वित्त वर्ष 2024 में शुद्ध मुनाफा लगभग 6 प्रतिशत बढ़कर 24.3 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले वित्त वर्ष में 22.9 करोड़ रुपये था। इसी अवधि के दौरान रेवेन्यू 8.9 प्रतिशत बढ़कर 334 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 306.8 करोड़ रुपये था। अप्रैल-जून 2024 को समाप्त तिमाही में जाजू रश्मि रिफ्रैक्टरीज का रेवेन्यू 117.4 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 6.4 करोड़ रुपये रहा।