वोडाफोन आइडिया की योजना अगले वित्त वर्ष तक वेंडर की सभी बकाया रकम का भुगतान कर देने की है। टेलीकॉम कंपनी के मैनेजमेंट ने एनालिस्ट्स को बताया कि लोकसभा चुनावों के बाद सभी तीनों प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ में बढ़ोतरी कर सकती हैं। टेलीकॉम कंपनी को उम्मीद है कि वह अपने सब्सक्राइबर्स को 2जी से 4जी में लगातार अपग्रेड कर औसत रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) में बढ़ोतरी कर लेगी। वोडाफोन फाइनेंशियल ईयर 2026 तक खुद को 5जी के लिए तैयार कर सकती है और कंपनी की योजना प्रीमियम प्लान की सेलिंग बढ़ाकर ज्यादा कस्टमर्स हासिल करने की है।
सिटी रिसर्च ने कंपनी से जुड़े अपने नोट में कहा है, ‘फंड का इस्तेमाल मुख्य तौर पर कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतों को पूरा करने में किया जाएगा। मैनेजमेंट का कहना है कि कंपनी को भरोसा है कि वह वित्त वर्ष 2026 तक अपने सभी बकाया रकम का भुगतान कर देगी।’ इंडस टावर्स के मुताबिक, मार्च 2024 तक वोडाफोन के पास 54 अरब रुपये बकाया थे।
वोडाफोन आइडिया के CEO अक्षय मूंदड़ा ने बताया कि टेलीकॉम कंपनी आंतरिक कमाई का इस्तेमाल कर वेंडर की बकाया रकम का भुगतान करेगी। उनका यह भी कहना था कि फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर से हासिल रकम का इस्तेमाल ग्रोथ कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए किया जाएगा। सिटी रिसर्च के मुताबिक, वोडाफोन आइडिया के मैनेजमेंट को उम्मीद है कि लोकसभा चुनावों के बाद टेलीकॉम इंडस्ट्री में बढ़ोतरी कर सकती है। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, नेटवर्क और स्पेक्ट्रम पर हो रहे खर्च के मद्दनेजर कंपनियों के लिए टैरिफ में बढ़ोतरी जरूरी है।
ब्रोकरेज फर्मों- सिटी रिसर्च और नुवामा के एनालिस्ट्स ने हाल में वोडाफोन आइडिया की लीडरशिप के साथ बात की थी। नुवामा ने अलग नोट में कहा है कि टेलीकॉम कंपनी का मैनेजमेंट टैरिफ में बढ़ोतरी को इंडस्ट्री के लिए जरूरी मानता है, क्योंकि इस इंडस्ट्री के सभी खिलाड़ियों के लिए RoCE (रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड) पर्याप्त नहीं है।