Market Outlook: पिछले हफ्ते बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4,091.53 अंक या 4.98% नीचे आया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1,180.8 अंक या 4.76% के नुकसान में रहा. इस हफ्ते निवेशक नई लिस्टिंग, घरेलू और वैश्विक मैक्रोइकोनॉमिक आंकड़े, फॉरेन फंड इनफ्लो, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स, कच्चे तेल की कीमतें और अन्य वैश्विक संकेतों पर बारीकी से नजर रखेंगे.
‘क्रिसमस’ के मौके पर बंद रहेंगे शेयर बाजार
इस हफ्ते यर बाजार (Stock Market) की दिशा वैश्विक रुझान और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की गतिविधियों से तय होगी. एक्सपर्ट्स ने यह राय जताते हुए कहा है कि इस कम कारोबारी सत्र वाले हफ्ते में घरेलू मोर्चे पर कोई प्रमुख घटनाक्रम नहीं है. ऐसे में बाजार भागीदारों की निगाह वैश्विक संकेतकों पर रहेगी. ‘क्रिसमस’ (Christmas) के मौके पर बुधवार को शेयर बाजार बंद रहेंगे.
घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े संकेतक का अभाव
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के वरिष्ठ शोध विश्लेषक प्रवेश गौड़ ने कहा, आगे की ओर देखें, तो घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े संकेतक का अभाव है. हालांकि, कुछ वैश्विक संकेतक बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. इसमें अमेरिका में बॉन्ड यील्ड्स, डॉलर इंडेक्स का प्रदर्शन, बेरोजगारी दावे और नए घरों की बिक्री के आंकड़े शामिल हैं.
FII की लगातार बिकवाली का बाजार पर दबाव
गौड़ ने कहा, बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला चल रहा है. साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार बिकवाल बने हुए हैं. ऐसे में निवेशकों द्वारा सतर्क रुख अपनाए जाने की उम्मीद है. हालिया कमजोरी के रुख के बावजूद बाजार का दृष्टिकोण सतर्क रूप से आशावादी बना हुआ है. हालांकि, एफआईआई की लगातार बिकवाली ने बाजार पर दबाव बढ़ा दिया है.
कच्चे तेल की कीमतों पर नजर
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, एफआईआई का रुख अचानक से लिवाल से बिकवाल का हो गया, जिससे बाजार प्रभावित हुआ है. विश्लेषकों ने कहा कि रुपये-डॉलर का रुख और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल (Crude Oil) के दाम भी बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
FII इनफ्लो पर नजर
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, यह हफ्ता कम कारोबारी सत्रों का रहेगा. बाजार भागीदारों की निगाह एफआईआई (FII) के प्रवाह और वैश्विक बाजारों के प्रदर्शन पर रहेगी.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमुख-शोध, संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि भारतीय बाजार में कमजोरी बने रहने की संभावना है. उतार-चढ़ाव के बीच बाजार भागीदारों की निगाह वैश्विक संकेतकों पर रहेगी. उन्होंने कहा कि त्योहारी सीजन आ रहा है और वैश्विक बाजारों में दो-तीन दिन अवकाश रहेगा. ऐसे में स्थानीय बाजार में भी गतिविधियां सुस्त रहेंगी.
(भाषा इनपुट के साथ)