साल का अंत ऐसा समय होता है, जब हम अपनी पिछली गलतियों से सबक लेते हैं। इसका मकसद नए साल में उन गलतियों को दोहराने से बचना होता है। रुपये-पैसे के मामले में भी यह बात लागू होती है। अगर आप 2025 में अपनी वित्तीय सेहत से किसी तरह का समझौता नहीं करना चाहते हैं तो आपको कुछ खास गलतियों से बचना होगा। अक्सर अनजाने मे हमसे ये गलतियां हो जाती है, जिनकी बड़ी कीमत हमें चुकानी पड़ती है।
1. अपने सिप अमाउंट को नहीं बढ़ाना
कई लोग हैं जो अपने सिप के अमाउंट को हर साल नहीं बढ़ाते हैं। यह बहुत बड़ी गलती है। खासकर तब जब आप लंबी अवधि में अपने लिए बड़ा फंड तैयार करना चाहते हैं। आपको नए साल की शुरुआत से पहले अपने सिप अमाउंट को बढ़ाने के बारे में सोचना होगा। आपको जनवरी से अपने सिप अमाउंट को बढ़ाने की कोशिश करनी होगी। आप अपने सिप अमाउंट को कम से कम 10 से 15 फीसदी तक बढ़ा सकते हैं। इससे अपने वित्तीय लक्ष्य को हासिल करने में आपको काफी आसानी होगी।
2. इमर्जेंसी फंड को ट्रैक नहीं करना
क्या आपने इमर्जेंसी फंड बनाया है? अगर अब तक नहीं बनाया है तो अब आपको देर नहीं करनी चाहिए। यह फंड आपको बड़ी मुश्किल में फंसने से बचाता है। अगर आपने बना लिया है तो उसका ट्रैक रखना बहुत जरूरी है। नए साल की शुरुआत से पहले यह इसके लिए बेस्ट टाइम है। ट्रैक रखने का मतलब यह है कि अगर आपने इस साल इमर्जेंसी फंड का कुछ हिस्सा खर्च किया है तो आपको वह पैसा अपने इमर्जेंसी फंड में डालना होगा। इमर्जेंसी फंड में कमी ठीक नहीं है। आपकी कोशिश इसे बढ़ाने की होनी चाहिए।
3. सेविंग्स अकाउंट में ज्यादा बैलेंस
कई लोग सेविंग्स अकाउंट के बैलेंस पर ध्यान नहीं देते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सेविंग्स अकाउंट में अगर आपका ज्यादा पैसा पड़ा है तो यह आपकी वित्तीय सेहत के लिए ठीक नहीं है। इसकी वजह यह है कि बैंक सेविंग्स अकाउंट के बैलेंस पर बहुत कम इंटरेस्ट देते हैं। यह 3-4 फीसदी फीसदी से ज्यादा नहीं होता है। अभी इनफ्लेशन रेट 5 फीसदी से ज्यादा है। इसका मतलब है कि सेविंग्स अकाउंट में पड़े आपके पैसे की वैल्यू लगातार घट रही है। इसलिए एक सीमा से ज्यादा पैसा सेविंग्स अकाउंट में रखने से आपको नुकसान होता है।
4. पर्सनल लोन लेने की आदत
आजकल बैंक और एनबीएफसी की तरफ से रोजाना लोगों के फोन पर पर्सनल लोन के ऑफर होते हैं। इनमें यह बताया जाता है कि बैंक ने बहुत कम इंटरेस्ट रेट पर आपके लिए लोन एप्रूव किया है। आपको यह ऑफर अट्रैक्टिव लगता है। आप लोन के लिए हां कर देते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपको जब तक बहुत जरूरी नहीं हो जाए, पर्सनल लोन लेने से बचना चाहिए। इसकी बड़ी वजह यह है कि पर्सनल लोन का इंटरेस्ट रेट ज्यादा होता है। आपको आए दिन इसलिए बैंकों के पर्सनल लोन के ऑफर आते हैं क्योंकि इससे बैंकों की अच्छी कमाई होती है। लेकिन, यह ग्राहकों पर भारी पड़ता है।
5. गैर-जरूरी चीजों की शॉपिंग
क्या आपने साल 2024 में ऐसी किसी चीज की शॉपिंग की है, जिसकी ज्यादा जरूरत आपको नहीं नहीं थी? दरअसल कई लोग जज्बात में आकर ऐसी कोई चीज खरीद लेते हैं, जिसकी उन्हें ज्यादा जरूरत नहीं होती है। इसका सीधा असर आपकी वित्तीय सेहत पर पड़ता है। अगर आपको गैर-जरूरी चीजों को खरीदने की आदत हैं तो नए साल में इस आदत को बदलने की जरूरत है। खासकर ऑनलाइन शॉपिंग यानी ई-कॉमर्स कंपनियों की वजह से लोगों में गैर-जरूरी चीजें खरीदने की आदत बढ़ रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि बेवजह खर्च करने की जगह सेविंग्स और निवेश पर फोकस बढ़ाना फायदेमंद है।