खराब ग्लोबल संकेतों ने बाजार का मूड बिगाड़ दिया है। सेंसेक्स-निफ्टी आज लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुए हैं। बेंचमार्क इंडेक्स 1 फीसदी से ज्यादा फिसलकर बंद हुए हैं। मिडैकप औऱ स्मॉलकैप नीचे से सुधरकर बंद हुए हैं। आज IT, बैंकिंग और मेटल शेयरों में बिकवाली रही। रियल्टी, PSE, FMCG शेयरों पर भी दबाव रहा। लेकिन फार्मा शेयरों में खरीदारी रही। ये इंडेक्स 1.5 फीसदी से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ है। सेंसेक्स 964 अंक गिरकर 79,218 पर बंद हुआ है। वही, निफ्टी 247 प्वाइंट गिरकर 23,952 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 564 प्वाइंट गिरकर 51,576 पर बंद हुआ है।
मिडकैप 167 प्वाइंट गिरकर 58,556 पर बंद हुआ है। सेंसेक्स के 30 में से 27 शेयरों में बिकवाली रही है। निफ्टी के 50 में से 36 शेयरों में बिकवाली देखने को मिली है। निफ्टी बैंक के 12 में से 9 शेयरों में बिकवाली नजर आई है। रुपया भी आज रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ है। डॉलर के मकाबले रुपया आज रिकॉर्ड निचले स्तर 85.07 पर बंद हुआ है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि ब्याज दरों पर अमेरिकी फेड के आक्रामक रुख के कारण ग्लोबल स्तर पर हुई बिकवाली के बाद भारतीय बाजार में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली। बैंकिंग और रियल एस्टेट जैसे ब्याज दरों के प्रति संवेदनशील सेक्टरों को इसका काफी नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि, ब्याज दर को स्थिर रखने के बैंक ऑफ जापान के फैसले ने अर्थशास्त्रियों को चौंका दिया। इससे बिकवाली का दबाव कम होने में मदद मिली। इसके बावजूद, एफआईआई की लगातार बिकवाली के बीच निवेशक सतर्क बने हुए हैं। अब फार्मा जैसे डिफेंसिव सेक्टरों की ओर निवेशकों का रुझान बढ़ेगा। फार्मा शेयरों के आज के बेहतर प्रदर्शन से इस बात का संकेत भी मिल रहा है।
कोटक सिक्योरिटीज के हेड इक्विटी रिसर्च श्रीकांत चौहान ने कहा कि निफ्टी 200 डीएमए के काफी करीब है। हमें इस लेवल्स के पास कुछ खरीदारी जरूर करनी चाहिए। आगे बाजार के रेंज बाउंड रहने की उम्मीद है। अगर बाजार में यहां से और कमजोरी आती है तो निफ्टी के लिए 23500 के करीब सपोर्ट होगा। दिसंबर महीने का पुट-कॉल रेशियो 0.80 पर आ चुका है। इसके अलावा वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया विक्स भी 15 के करीब आ चुका है। इस समय बाजार की सेटअप काफी ओवर सोल्ड लग रहा है। यहां से बाजार एक बार ऊपर की ओर वापसी कर सकता है। हालांकि जब तक कोई रिवर्सल फार्मेशन नहीं बनता तब तक बाजार में सतर्क रहने की जरूरत है। लेकिन ये भी सही है कि अब बाजार में कभी भी रिवर्सल फॉर्मेशन बन सकता है। ऐसे में अगर बाजार में लॉन्ग टर्म नजरिया हो तो जरूर कुछ खरीदें लेकिन एक दम निकट की अवधि के लिए हमें रिवर्सल फॉर्मेशन का इंतजार करना होगा।
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