कंपनी की आय सालाना आधार (Y-o-Y) पर 26.4% बढ़कर 85.4 करोड़ रुपये रही। ब्याज, कर, मूल्यह्रास और अमोर्टाइजेशन से पहले की आय (EBITDA) 57.3% बढ़कर 30.6 करोड़ रुपये रही। वहीं, मार्जिन 704 बेसिस प्वाइंट्स बढ़कर 35.8% हो गया। यह मजबूत प्रदर्शन मुख्य रूप से कंपनी की फार्मास्युटिकल सेवाओं के कारण देखने को मिला।
डायग्नोस्टिक सेवाओं का कारोबार बेचा
विम्टा लैब्स ने डायग्नोस्टिक और पैथोलॉजिकल सेवाओं का कारोबार थायरोकेयर टेक्नोलॉजीज को बेच दिया है। इस कदम से कंपनी को अपने मुख्य कारोबार पर फोकस करने और रिसोर्सेज का बेहतर उपयोग करने में मदद मिली है, जिससे EBITDA मार्जिन में सुधार हुआ है।
कंपनी को उम्मीद है कि फार्मास्युटिकल सेवाएं आगे भी ग्रोथ करती रहेंगी। इसके अलावा, आने वाले तिमाहियों में फूड टेस्टिंग सेवाएं भी योगदान देंगी। कंपनी ने कहा कि उसकी नई लाइफ साइंसेज फैसिलिटी तीसरी तिमाही से चालू होगी।
उद्योग में मजबूत उपस्थिति
विशेषज्ञों का कहना है कि विम्टा लैब्स की मजबूत पहचान, स्थिर मुनाफा और संतुलित पूंजी प्रबंधन इसे भविष्य में भी बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेंगे। कंपनी ने FY24 की रिपोर्ट में कहा है कि नई लैब, विदेशी बाजारों में विस्तार और साझेदारी से कंपनी को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। लेकिन बढ़ती लागत और नई लैब्स की बढ़ती संख्या से कीमतों पर दबाव पड़ सकता है।
कंपनी हैदराबाद के जीनोम वैली में 2 लाख वर्ग फुट की नई लैब बनाने के अंतिम चरण में है। यह बायोफार्मा, फूड और इलेक्ट्रॉनिक्स सेवाओं को बढ़ाएगी। फूड टेस्टिंग NABL की मंजूरी के बाद शुरू होगी। कंपनी का मजबूत ग्राहक बेस और सकारात्मक सोच उसे भविष्य में अधिक बाजार हिस्सेदारी दिलाएगी।