जाने-माने उद्योगपति अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली कंपनी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd.) ने 8.5 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से अपने चौथे अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी दे दी है। इस डिविडेंड का ऐलान 16 दिसंबर को शेयर बाजार बंद होने के बाद किया गया। कंपनी ने 12 दिसंबर को एक्सचेंज फाइलिंग के जरिये बोर्ड के प्रस्ताव के बारे में जानकारी दी थी।
वेदांता के प्रमोटर्स की कंपनी में फिलहाल 56.38 पर्सेंट हिस्सेदारी है और इस हिसाब से उन्हें डिविडेंड के तौर पर 1,874 करोड़ रुपये मिलेंगे। वेदांता शुरू में अपने चौथे अंतरिम डिविडेंड पर विचार करने के लिए इस साल अक्टूबर में बैठक करने वाली थी, लेकिन कुछ जरूरी वजहों से इसे टाल दिया गया। इस डिविडेंड भुगतान के लिए रिकॉर्ड डेट 24 दिसंबर 2024 तय की गई है।
कंपनी का बिजनेस एल्युमीनियम, जिंक, कॉपर और ऑयल एंड गैस से जुड़ा है और वह इस साल पहले ही तीन किस्तों के तहत 35 रुपये के डिविडेंड का ऐलान कर चुकी है। हाल में उसने 20 रुपये प्रति शेयर अंतरिम डिविडेंड का भुगतान किया था, जबकि इससे पहले 11 रुपये और 4 रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया गया था।
डिविडेंड के हालिया ऐलान के साथ ही मौजूदा वित्त वर्ष में यह आंकड़ा बढ़कर 43.5 रुपये प्रति शेयर हो गया है, जबकि वित्त वर्ष 2024 में इसने 29.5 रुपये का डिविडेंड दिया था। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने 100 रुपये से भी ज्यादा का डिविडेंड दिया था। वेदांता फिलबाल, कंपनी को 6 अलग-अलग लिस्टेड इकाइयों में बांटने की तैयारी में है और शेयरहोल्डर्स को मौजूदा लिस्टेड इकाई के 1 शेयर के बदले हर इकाई के लिए 1 शेयर मिलेगा। कंपनी का इरादा मौजूदा फाइनेंशियल ईयर के आखिर तक इस प्रोसेस को पूरा करना है।
शेयर बाजार में 16 दिसंबर को वेदांता लिमिटेड का शेयर 1.1 पर्सेंट की गिरावट के साथ 513.5 रुपये पर बंद हुआ। इस स्टॉक की वैल्यू पहले ही इस साल डबल हो चुकी है। कंपनी ने इस साल अब तक 102% का रिटर्न दिया है, जबकि 2022 और 2023 में इसने नेगेटिव रिटर्न दिया था।