प्राइवेट सेक्टर के HDFC Bank ने अपनी सहायक कंपनी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज में बड़ी हिस्सेदारी बेचने के लिए जापान के जानेमाने मित्सुबिशी UFJ फाइनेंशियल ग्रुप (MUFG) के साथ बातचीत फिर से शुरू कर दी है। मामले की जानकारी रखने वालों का कहना है कि HDFC Bank ने MUFG को HDB फाइनेंशियल सर्विसेज में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश की है। एक सोर्स ने कहा कि बैंक के अधिकारी एक बार फिर MUFG के सीनियर मैनेजमेंट के संपर्क में हैं। बातचीत अभी भी शुरुआती दौर में है और यह कहना जल्दबाजी होगी कि सौदा होगा या नहीं।
MUFG और HDFC Bank ने HDB Financial में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री को लेकर अप्रैल के आसपास बातचीत की थी। बातचीत आगे नहीं बढ़ सकी और वैल्यूएशन पर मतभेदों के कारण बातचीत विफल हो गई। सूत्रों ने बताया कि इस बार HDFC Bank वैल्यूएशन पर बातचीत करने में अधिक लचीला रवैया अपना सकता है।
कहीं यह बातचीत RBI के नए नियमों के चलते तो नहीं?
सोर्सेज का कहना है कि HDB Financial में हिस्सेदारी बिक्री पर बातचीत फिर से शुरू करने की एक वजह भारतीय रिजर्व बैंक के अक्टूबर में सामने आए नए प्रस्तावित नियम हो सकते हैं। ‘फॉर्म्स ऑफ बिजनेस एंड प्रूडेंशियल रेगुलेशंस फॉर इनवेस्टमेंट्स’ पर ड्राफ्ट सर्कुलर के अनुसार, बैंकों के पास सहायक कंपनियों में हिस्सेदारी कम करने के लिए इस ड्राफ्ट के लागू होने की तारीख से लेकर 2 साल तक का वक्त होगा।
सोर्सेज का कहना है कि HDFC Bank के MUFG के साथ बातचीत फिर से शुरू करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अगर प्रस्तावित ड्राफ्ट सर्कुलर अंतिम रूप ले लेता है, तो HDB Financial के HDB Financial के IPO से पहले हिस्सेदारी बिक्री, भविष्य में आगे हिस्सेदारी कम करने की प्रक्रिया को सरल कर सकती है। हालांकि बैंक अधिकारियों का कहना है कि सहायक कंपनियों में हिस्सेदारी कम करने के लिए 2 साल काफी नहीं होंगे।
HDB Financial Services में HDFC Bank की कितनी हिस्सेदारी
HDB Financial Services में HDFC Bank की 94.36 प्रतिशत हिस्सेदारी है। HDB Financial के प्रस्तावित IPO में 10,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल और 2,500 करोड़ रुपये के नए शेयरों का इश्यू शामिल है। अगर इस बार MUFG के साथ बातचीत सफल होती है, तो HDFC Bank, HDB Financial में अपनी हिस्सेदारी घटाकर करीब 61 प्रतिशत कर सकता है।