Hindustan Aeronautics Limited: हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड के शेयरों में 13 दिसंबर को बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत हुई। दरअसल, कंपनी को एक दिन पहले डिफेंस मिनिस्ट्री से बड़ा ऑर्डर मिला है। डिफेंस मिनिस्ट्री ने 12 Su-30MKI लड़ाकू विमान के प्रोक्योरमेंट के लिए हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स के साथ समझौता किया है। यह डील विमान से जुड़े इक्विपमेंट के प्रोक्योरमेंट के लिए है। डील की कुल वैल्यू 13,500 करोड़ रुपये है, जिसमें टैक्स भी शामिल है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 13 दिसंबर को कंपनी का शेयर 0.20 पर्सेंट की बढ़त के साथ 4,669.65 रुपये पर बंद हुआ।
इस विमान में 62.6 पर्सेंट सामग्री स्वदेशी होगी। कंपनी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, विमान के कई कंपोनेंट्स स्वदेशी आधार पर बनाए जाएंगे, जिसकी मैन्युफैक्चरिंग भारतीय डिफेंस इंडस्ट्री द्वारा की जाएगी। सभी विमानों की मैन्युफैक्चरिंग हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स के नासिक केंद्र में होगी। ब्रोकरेज फर्म UBS ने अपने नोट में कहा है कि इस ऑर्डर के साथ ही HAL को इस साल अब तक 40,000 करोड़ रुपये के मैन्युफैक्चरिंग ऑर्डर मिल चुके हैं, जो वित्त वर्ष 2025 के 1 लाख करोड़ रुपये के ऑर्डर इनटेक का 40 पर्सेंट है।
UBS को उम्मीद है कि चौथी तिमाही में कंपनी के ऑर्डर में और बढ़ोतरी होगी। नतीजतन, डिफेंस स्पेस में HAL ब्रोकरेज फर्म की टॉप पसंद बना हुआ है। HAL की कवरेज से जुड़े 15 में से 14 एनालिस्ट्स ने स्टॉक को ‘बाय’ रेटिंग दी है, जबकि एक ने ‘सेल’ रेटिंग दी है। पिछले एक महीने में कंपनी के स्टॉक में 14 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई है और नवंबर में निचले स्तर पर पहुंचने के बाद 18 पर्सेंट की रिकवरी हुई है। इस दौरान कंपनी का शेयर 4,000 रुपये से भी नीचे चला गया था।