Shiprocket IPO: लॉजिस्टिक्स और ई-कॉमर्स शिपिंग सॉल्यूशन प्रोवाइड करने वाली कंपनी शिपरॉकेट आईपीओ के जरिए फंड जुटाने की योजना बना रही है। कंपनी ने 2025 में आईपीओ लाने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस मामले से जुड़े कई सूत्रों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी। इस कंपनी में Zomato और Temasek जैसी कंपनियों का निवेश है। कंपनी पब्लिक इश्यू के जरिए 2000-2400 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने इसके लिए बुलाई गई शुरुआती बैठक में मुख्य योजनाओं और आईपीओ के लिए रोडमैप के साथ-साथ एडवाइजर्स की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर चर्चा की।
2000-2500 करोड़ रुपये जुटा सकती है कंपनी
एक सूत्र ने कहा, “डील पर काम शुरू हो गया है। अभी शुरुआती दिन हैं और साइज और स्ट्रक्चर को फाइनल नहीं किया गया है, लेकिन अब तक योजना 2000-2500 करोड़ रुपये के बीच जुटाने की है। इसमें कई निवेशक हैं और इस इश्यू में मुख्य रूप से OFS या ऑफर फॉर सेल शामिल होने की उम्मीद है, जिसमें जरूरत पड़ने पर एक फ्रेश इश्यू कंपोनेंट भी शामिल होगा।”
दो अन्य सूत्रों ने भी डील की शुरुआत की पुष्टि की और उनमें से एक ने कहा, “एक्सिस कैपिटल, कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेएम फाइनेंशियल और बोफा सिक्योरिटीज इस इश्यू पर काम करने वाले इनवेस्टर बैंक हैं।” सभी सूत्रों ने नाम नहीं बताने की शर्त पर यह जानकारी दी। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए ईमेल क्वेरी भेजी गई है, लेकिन शिपरॉकेट से अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। बैंकों से तत्काल प्रतिक्रिया के लिए भी संपर्क नहीं किया जा सका। जवाब मिलते ही उसे इस स्टोरी में अपडेट कर दिया जाएगा।
ये हैं Shiprocket के इनवेस्टर्स
Zomato और Temasek के अलावा शिपरॉकेट की वेबसाइट के अनुसार इंफो एज वेंचर्स, पेपाल, बर्टेल्समैन इंडिया इन्वेस्टमेंट्स, लाइटरॉक और मार्च कैपिटल भी प्रमुख इनवेस्टर्स हैं। इसके अलावा, इस महीने की शुरुआत में CCI ने जापान के MUFG बैंक और अमेरिका स्थित वेंचर फर्म KDT वेंचर होल्डिंग्स को फर्म में माइनॉरिटी स्टेक हासिल करने की अनुमति दी।
शिपरॉकेट ने आखिरी बार अक्टूबर 2023 में मैकिन्से से एक्सटेंडेड सीरीज ई राउंड में 90.7 करोड़ रुपये या 11 मिलियन डॉलर जुटाए थे। तब से, नए फंडिंग चर्चाओं की खबरें आई हैं, जिनकी फर्म द्वारा औपचारिक रूप से घोषणा या खुलासा नहीं किया गया है। जून 2022 में सिंगापुर, दुबई और यूएसए में ग्रुप कंपनियों वाले शिपरॉकेट ने लॉजिस्टिक टेक स्टार्टअप पिकर टेक्नोलॉजीज को लगभग 200 मिलियन डॉलर में अधिग्रहित किया।
23 अक्टूबर को CNBC-TV 18 की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-2024 में शिपरॉकेट का रेवेन्यू सालाना 21 फीसदी बढ़कर 1,316 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने 595 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जिसका मुख्य कारण 244 करोड़ रुपये की वन-टाइम रिस्ट्रक्चरिंग कॉस्ट और 192 करोड़ रुपये के पर्याप्त ESOP जारी करना था।
Shiprocket का कारोबार
शिपरॉकेट की स्थापना जनवरी 2012 में साहिल गोयल और गौतम कपूर ने की थी। इसके लिंक्डइन पेज के अनुसार, यह फर्म डायरेक्ट कॉमर्स के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम बना रही है। कंपनी शिपिंग, फुलफिलमेंट, कस्टमर कम्युनिकेशन और मार्केटिंग टूल्स के साथ-साथ भारत में SEM, D2C रिटेलर्स और सोशल कॉमर्स रिटेलर्स के लिए प्रोवाइडर्स को सक्षम बनाती है।
25+ कूरियर पार्टनर्स के साथ शिपरॉकेट पूरे भारत के साथ-साथ इंटरनेशनल शिपिंग डिलीवरी का बिजनेस करती है और इसके शिपिंग सॉल्यूशन भारत के 24,000+ पिन कोड और दुनिया भर के 220 देशों में उपलब्ध हैं।