सरकारी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) ने ओपन मार्केट परचेज के जरिये एशियन पेंट्स में अपना निवेश बढ़ाकर 7 पर्सेंट कर लिया है। LIC ने 10 दिसंबर को स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि शेयरों की खरीद 2891.25 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत के आधार पर हुई है। यह घटनाक्रम बेहद अहम है, क्योंकि एशियन पेंट्स के शेयरों में इस साल 30 पर्सेंट की गिरावट देखने को मिली है। जाने-माने निवेशक रामदेव अग्रवाल ने इस स्टॉक को ‘बाय लिस्ट’ में रखते हुए इसे ‘जख्मी ब्लूचिप’ बताया है।
LIC ने बताया, ‘यह सूचित किया जाता है कि लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने एशियन पेंट्स में अपनी होल्डिंग 4.79 करोड़ से बढ़ाकर 6.72 करोड़ शेयर कर ली है। पहले यह हिस्सेदारी पेड-अप कैपिटल का 5.001 पर्सेंट थी, जो अब बढ़कर 7.010 पर्सेंट हो गई है। शेयरहोल्डिंग में 2 पर्सेंट की यह बढ़ोतरी 1 जनवरी से 9 दिसंबर 2024 के दौरान हुई है।
एशियन पेंट्स सेंसेक्स का हिस्सा है और इसका मार्केट कैपिटल 2.30 लाख करोड़ रुपये है, जबकि कंपनी के शेयर पिछले साल के मुकाबले तकरीबन 30 पर्सेंट गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं। जाने-माने निवेशक रामदेव अग्रवाल का कहना है कि एशियन पेंट्स जख्मी ब्लूचिप कंपनियों में शामिल है और टॉप पेंट कंपनियों के बीच मार्केट शेयर के लिए मुकाबला तेज होने की वजह से इंडस्ट्री के मुनाफे पर चोट पड़ी है। खास तौर पर इस साल बिड़ला ओपस की एंट्री के बाद प्रॉफिट पर ज्यादा असर पड़ा है।
मोतीलाल ओसवाल ने अपनी हालिया वेल्थ स्टडी में इस पेंट कंपनी को जख्मी ब्लूचिप शेयर बताया है। पिछले 5 साल के उच्च स्तर से यह स्टॉक 32 पर्सेंट के निचले स्तर पर है। सितंबर तिमाही की अर्निंग कॉल के दौरान एशियन पेंट्स के सीईओ अमित सिंजले ने बताया था कि पिछले साल कीमतों में आई गिरावट की वजह से कंपनी के ऑपरेटिंग मार्जिन पर असर पड़ा।
ब्रोकरेज फर्म CLSA ने कंपनी के शेयरों को ‘अंडरपरफॉर्म’ रेटिंग दी है, जबकि नोमुरा ने एशियन पेंट्स के लिए टारगेट प्राइस घटाते हुए इसके लिए ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी है। सितंबर 2024 तिमाही के नतीजों के बाद मॉर्गन स्टैनली और जेफरीज भी कंपनी के बिजनेस आउटलुक को लेकर सावधानी बरत रही है।