पेटीएम ब्रांड का परिचालन करने वाली कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस के शेयरों ने 8 मई 2024 को अपने पिछले निचले स्तर 317 रुपये प्रति शेयर से तिगुना होकर खोई हुई जमीन हासिल कर ली है। सोमवार को फर्म के शेयर की कीमत 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,007 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गई। नोएडा की कंपनी का शेयर 969.70 रुपये पर बंद हुआ, जो पिछले दिन की तुलना में 0.67 फीसदी नीचे है। इस साल अब तक के आधार पर फिनटेक प्रमुख के शेयर की कीमत 646.3 रुपये प्रति शेयर से 52.9 फीसदी ज्यादा है।
कंपनी की सिंगापुर इकाई की तरफ से पिछले सप्ताह जापानी भुगतान कंपनी पेपे कॉरपोरेशन में 2,364 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी बेचने के बाद यह तेजी आई है, जिससे मूल कंपनी के नकदी भंडार को मजबूती मिली है।
पेटीएम के पास फिलहाल 10,000 रुपये से ज्यादा का नकद शेष है। 2,364 करोड़ रुपये की बिक्री से इसमें 20 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी होगी। कंपनी ने अगस्त में अपना एंटरटेनमेंट टिकटिंग कारोबार जोमैटो को 2,048 करोड़ रुपये में बेच दिया था।
इस साल की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक ने गैर-अनुपालन के लिए पेटीएम की सहयोगी इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर प्रतिबंध लगा दिया था। कंपनी को इस वित्त वर्ष में सितंबर तिमाही के अंत में 7.1 करोड़ के आंकड़े के साथ मासिक लेनदेन उपयोगकर्ताओं (एमटीयू) के मामले में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। अपने निवेशक वन 97 कम्युनिकेशंस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (इन्वेस्टर रिलेशंस) अनुज मित्तल की मेजबानी के बाद एक नोट में निर्मल बॉन्ग इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज ने कहा, एनपीसीआई द्वारा टीपीएपी लाइसेंस के तहत नए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) क्लाइंट को मंजूरी देने के साथ कंपनी को तीसरी तिमाही से एमटीयू में कायापलट होने की उम्मीद है।
मर्चेंट के मामले में पेटीएम अपनी मशीनों को ठीक किए जाने (कुल 1.12 करोड़ डिवाइस) के बाद निष्क्रिय उपकरणों को फिर से तैनात करने की योजना बना रहा है। इसमें कहा गया है कि कंपनी लगभग 13.5 करोड़ निष्क्रिय ग्राहकों को फिर से सक्रिय करने का प्रयास कर रही है। मार्च में कंपनी को थर्ड पार्टी ऐप्लिकेशन प्रोवाइडर (टीपीएपी) के रूप में काम करने के लिए नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) से मंजूरी मिली।
शीर्ष भुगतान निकाय ने कंपनी को अक्टूबर में ही यूपीआई सेवा पर नए उपयोगकर्ताओं को जोड़ने की मंजूरी दे दी थी। इससे नौ महीने पहले उसने नए ग्राहक जोड़ने के मामले में पेटीएम पर प्रतिबंध लगा दिया था। नियामकीय कार्रवाई के दो सप्ताह के भीतर वन97 कम्युनिकेशंस का शेयर 15 फरवरी को 57 फीसदी से अधिक गिरकर 325.05 रुपये पर आ गया था।
एमके ने फर्म की दूसरी तिमाही के परिणामों के बाद एक नोट में कहा था, पेटीएम को आखिरकार नए यूपीआई उपयोगकर्ताओं को जोड़ने के लिए एनपीसीआई की मंजूरी मिल गई है, जो इसके घटते उपयोगकर्ता आधार को फिर से तेज करने और नियामकीय रुख में ढील का संकेत देने का मार्ग प्रशस्त करता है। हमारा मानना है कि पेटीएम की तरफ से लागत संबंधी उपाय और कारोबार में धीरे-धीसे सुधार इसे लाभप्रदता के शुरुआती रास्ते पर लाएंगे। वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने अपने मूवी टिकटिंग और इवेंट व्यवसाय को जोमैटो को बेचने के कारण में 928.3 करोड़ रुपये का समेकित लाभ कमाया, जबकि एक साल पहले उसे 290.5 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।