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मोबाइल पेमेंट्स कंपनी पेटीएम का UPI मार्केट शेयर पिछले एक साल में 5 पर्सेंट कम हुआ है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की वेबसाइट के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। UPI को चलाने की जिम्मेदारी UPI के पास है। इस साल अप्रैल में पेटीएम को चलाने वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड का मार्केट शेयर गिरकर 8.4 पर्सेंट के निचले स्तर पर पहुंच गया, जबकि अप्रैल 2023 में यह आंकड़ा 13.3 पर्सेंट था। ये आंकड़े एक महीने की ट्रांजैक्शन वॉल्यूम पर आधारित हैं।
पेटीएम को अपनी ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) का तीन चौथाई हिस्सा UPI से मिलता है और पेमेंट्स प्लेटफॉर्म में तीसरे सबसे बड़े खिलाड़ी के तौर पर अपनी प्रासंगिकता बनाए रखना कंपनी के लिए अहम है। मार्च में इसका मार्केट शेयर गिरकर 9 पर्सेंट तक पहुंच गया था, जो पिछले 4 साल में सबसे कम है। NPCI ने अप्रैल 2020 से UPI ऐप ट्रांजैक्शन वॉल्यूम और वैल्यू शेयर करना शुरू किया है।
इस बीच, UPI मार्केट लीडर फोनपे (PhonePe) का मार्केट शेयर पिछले साल के 46 पर्सेंट से बढ़कर तकरीबन 48-49 पर्सेंट तक पहुंच गया है। अप्रैल में फोनपे का मार्केट शेयर 49 पर्सेंट था। फरवरी से फोनपे ने UPI ट्रांजैक्शन में तकरीबन 50 पर्सेंट हिस्सेदारी बनाए रखी है। अप्रैल 2024 में पेटीएम का वैल्यू मार्केट शेयर 6.2 पर्सेंट था।
पेटीएम की सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) पर रिजर्व बैंक की कार्रवाई से इसका ट्रांजैक्शन काफी प्रभावित हुआ। PPBL, पेटीएम की UPI सर्विस का मुख्य आधार था और रिजर्व बैंक की कार्रवाई के बाद से कंपनी को थर्ड पार्टी ऐप मॉडल की तरफ शिफ्ट होना पड़ा। इस बदलाव से पेटीएम के मार्केट शेयर में गिरावट हुई।
कंपनी के मार्केट शेयर में गिरावट हो रही है, क्योंकि फर्म नए कस्टमर्स को नहीं जोड़ सकता। पेटीएम ने एक्सिस बैंक, यस बैंक, SBI और HDFC बैंक को पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बैंक नियुक्त किया है।