Real Estate: भारत की 26 प्रमुख लिस्टेड रियल एस्टेट कंपनियों ने मौजूदा वित्त वर्ष के पहले छह महीनों के दौरान 71000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्तियां बेची हैं। इनमें गोदरेज प्रॉपर्टीज ने सबसे अधिक बिक्री बुकिंग दर्ज की है। शेयर बाजार को दी गई जानकारी के अनुसार 26 प्रमुख लिस्टेड रियल्टी कंपनियों ने 2024-25 की अप्रैल-सितंबर छमाही के दौरान 71,219 करोड़ रुपये की कुल बिक्री बुकिंग दर्ज की। बिक्री बुकिंग का बड़ा हिस्सा रेसिडेंशियल प्रॉपर्टीज से आया।
Godrej Properties ने बेची सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी
बिक्री बुकिंग के मामले में गोदरेज प्रॉपर्टीज मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में 13835 करोड़ रुपये के आंकड़े के साथ सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी बनकर उभरी। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी ने 7288 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग दर्ज की थी। लोढ़ा ब्रांड के तहत संपत्ति बेचने वाली मुंबई स्थित मैक्रोटेक डेवलपर्स लिमिटेड ने इस साल अप्रैल-सितंबर के दौरान 8320 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग दर्ज की।
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की सबसे बड़ी रियल्टी फर्म डीएलएफ लिमिटेड ने 7,094 करोड़ रुपये की संपत्ति बेची। इसके बाद बेंगलुरु स्थित प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स लिमिटेड और दिल्ली – एनसीआर स्थित सिग्नेचर ग्लोबल का स्थान रहा। प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने 7,052 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग दर्ज की। दिल्ली-एनसीआर स्थित सिग्नेचर ग्लोबल ने 5,900 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग हासिल की, जबकि मैक्स एस्टेट्स ने 4,100 करोड़ रुपये की संपत्तियां बेचीं।
बेंगलुरु स्थित रियल्टी फर्म सोभा लिमिटेड और ब्रिगेड एंटरप्राइजेज ने क्रमशः 3,188.5 करोड़ रुपये और 2,906.6 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग दर्ज की। मुंबई स्थित ओबेरॉय रियल्टी ने 2,509.45 करोड़ रुपये की प्री-सेल की, जबकि बेंगलुरु स्थित Puravankara ने 2,459 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग दर्ज की। इसके अलावा, कई लिस्टेड प्लेयर्स ने 1,000 करोड़ रुपये से लेकर 2,000 करोड़ रुपये तक की संपत्तियां बेचीं।
हाउसिंग सेल्स में उछाल
कोविड-19 महामारी के बाद भारत के रेसिडेंशियल रियल एस्टेट सेगमेंट में जोरदार उछाल आया है। 2020 और 2021 कैलेंडर ईयर के दौरान कोविड महामारी ने बिक्री को बुरी तरह प्रभावित किया था। घर खरीदने की बढ़ती इच्छा और दबी हुई मांग हाउसिंग सेल्स में सुधार के प्रमुख कारक थे। मांग बढ़ने के साथ ही कोविड महामारी के बाद घरों की कीमतों में भी काफी वृद्धि हुई है।