6 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में शेयर बाजार में मजबूती रही। इसमें RBI की ओर से सीआरआर में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती, FII फ्लो में सुधार, स्थिर सर्विसेज PMI और कम तेल कीमतों के साथ नरम मौद्रिक नीति जैसे फैक्टर्स का हाथ रहा। इसके अलावा, बाकी बचे वित्त वर्ष 2025 में सरकारी पूंजीगत व्यय में तेजी आने की उम्मीद और फरवरी की पॉलिसी मीटिंग के लिए पॉजिटिव आउटलुक के साथ Q4FY25 में महंगाई में संभावित नरमी ने भी सेंटिमेंट को बल दिया।
बीएसई सेंसेक्स 2.39 प्रतिशत या 1,906 अंक बढ़कर 81,709 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 2.27 प्रतिशत या 547 अंक बढ़कर 24,678 पर पहुंच गया। व्यापक बाजारों का प्रदर्शन बेंचमार्क सूचकांक से बेहतर रहा, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 4.1 प्रतिशत बढ़ा और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 4.5 प्रतिशत बढ़ा। विशेषज्ञों ने कहा कि बेहतर सेंटिमेंट को देखते हुए आने वाले सप्ताह में बाजार में संभावित कंसोलिडेशन के बावजूद पॉजिटिविटी रहने की उम्मीद है। नए सप्ताह में बाजार की चाल तय करने में कौन से फैक्टर अहम भूमिका निभाएंगे, आइए जानते हैं…
खुदरा महंगाई
घरेलू मोर्चे पर मार्केट पार्टिसिपेंट्स का ध्यान 12 दिसंबर को आ रहे नवंबर की खुदरा महंगाई के आंकड़ों पर रहेगा। आरबीआई रेपो रेट में कटौती पर फैसला लेने के लिए खुदरा महंगाई को ध्यान में रखता है। रेट कट साइकिल फरवरी या अप्रैल की पॉलिसी मीटिंग में शुरू हो सकता है। अधिकांश अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि नवंबर में महंगाई कम होगी। अक्टूबर में खुदरा महंगाई 14 महीने के हाई 6.21 प्रतिशत पर पहुंच गई।
अन्य घरेलू आर्थिक आंकड़े
महंगाई के अलावा, अक्टूबर के लिए औद्योगिक और मैन्युफैक्चरिंग उत्पादन के आंकड़े भी 12 दिसंबर को सामने आएंगे। इसके अलावा 29 नवंबर को समाप्त 15 दिनों की अवधि के लिए बैंक ऋण और जमा वृद्धि के साथ-साथ 6 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के लिए विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े 13 दिसंबर को जारी किए जाएंगे।
अमेरिकी महंगाई
वैश्विक स्तर पर सभी की निगाहें संयुक्त राज्य अमेरिका के नवंबर के महंगाई आंकड़ों पर होंगी, खासकर 17-18 दिसंबर को निर्धारित फेडरल ओपन मार्केट कमेटी की पॉलिसी मीटिंग से पहले। इस मीटिंग में अमेरिका का केंद्रीय बैंक फेड फंड रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की और कटौती की घोषणा कर सकता है। इससे पहले लेंडिंग रेट्स में पिछली दो मीटिंग में 75 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की गई।
ECB ब्याज दर निर्णय
ध्यान 12 दिसंबर को यूरोपीय सेंट्रल बैंक की ओर से ब्याज दर पर फैसले पर भी रहेगा। अधिकांश अर्थशास्त्रियों का मानना है कि धीमी वृद्धि और अमेरिकी टैरिफ के डर के बीच केंद्रीय बैंक मुख्य पॉलिसी रेट को 25 बेसिस पॉइंट्स घटाकर 3 प्रतिशत कर सकता है। अगर ऐसा होता है, तो यह जून की बैठक के बाद से चालू वर्ष में चौथी बार 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती होगी।
अमेरिकी महंगाई और ईसीबी बैठक के अलावा मार्केट पार्टिसिपेंट्स अमेरिका से पीपीआई डेटा और नौकरियों के साप्ताहिक डेटा, जापान से सितंबर तिमाही के जीडीपी ग्रोथ आंकड़े और चीन से महंगाई और पीपीआई डेटा पर भी नजर रखेंगे।
बाजार अगले सप्ताह FII (विदेशी संस्थागत निवेशकों) की गतिविधि पर भी नजर रखेगा। सितंबर के मध्य के बाद पहली बार साप्ताहिक आधार पर FII फ्लो में सकारात्मक बदलाव आया है, जो बाजार की रैली में जाहिर होता है। FII ने दिसंबर में अब तक कैश सेगमेंट में 11,934 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीद की, जबकि अक्टूबर-नवंबर में 1.6 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री की थी। इसके उलट घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने दिसंबर में 1,792 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि पिछले दो महीनों में 1.51 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध खरीद की थी।
सप्ताह के दौरान अमेरिकी डॉलर सूचकांक में 0.18 प्रतिशत की वृद्धि हुई। भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले नए निचले स्तर पर पहुंच गया और लगातार पांचवें सप्ताह लगातार गिरता रहा। कम विकास पूर्वानुमान और उच्च महंगाई अनुमानों के बीच रुपया 6 दिसंबर को 84.77 के ऑल टाइम लो पर पहुंचने के बाद 84.65 पर बंद हुआ। डोनाल्ड ट्रंप की ओर से टैरिफ की धमकियों ने भी भारतीय मुद्रा को प्रभावित किया। हालांकि इक्विटी बाजारों में रैली और तेल की कम कीमतों ने निचले स्तरों पर अच्छा सपोर्ट प्रदान किया। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले सप्ताह रुपये में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
तेल की कीमतों के लिए अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा पिछले सप्ताह 1.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 71.12 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि इससे पहले के सप्ताह में इसमें 3.82 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
9 दिसंबर से शुरू हो रहे सप्ताह में 11 IPO दस्तक देने वाले हैं। Dhanlaxmi Crop Science IPO 9 दिसंबर को खुलेगा। 10 दिसंबर को Toss The Coin IPO, Jungle Camps India IPO की ओपनिंग होगी। 11 दिसंबर को Mobikwik IPO, Supreme Facility Management IPO, Sai Life Sciences IPO, Vishal Mega Mart IPO और Purple United Sales IPO खुलेगा। इसक बाद 12 दिसंबर को Inventurus Knowledge Solutions IPO और Yash Highvoltage IPO खुलेंगे। 13 दिसंबर को International Gemmological Institute IPO की ओपनिंग होगी।
लगातार दूसरे सप्ताह शेयर बाजार की अस्थिरता में और गिरावट आई और यह 15-15.5 जोन से नीचे रही, जिससे बुल्स को कुछ राहत मिली। शेयर बाजार की अस्थिरता मापने वाला इंडिया VIX 1.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14.14 के स्तर पर था।
कॉरपोरेट एक्शंस
अगले सप्ताह के प्रमुख कॉरपोरेट एक्शंस इस तरह हैं…