Sensex Forecast: मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) ने भारतीय शेयर बाजार पर अपने बुलिश रुख को दोहराते हुए कहा कि बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) अगले साल 1,00,000 के जादुई आंकड़े को भी पार कर सकता है। विदेशी ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि बेस केस में बीएसई सेंसेक्स दिसंबर 2025 तक 93,000 तक पहुंच सकता है, जो मौजूदा स्तर से इसमें करीब 14 प्रतिशत तेजी का अनुमान है। साथ ही, बुल केस में सेंसेक्स अगले एक साल में 1,05,000 तक जा सकता है। इसका लगभग 30 प्रतिशत चॉन्स है। जबकि बियर केस में इसके 70,000 तक गिरने की आशंका है।
मॉर्गन स्टेनली ने अपने हालिया स्ट्रैटजी रिपोर्ट में कहा कि भारत 2025 में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले इमर्जिंग मार्केट्स में से एक होगा। ब्रोकरेज का कहना है कि मजबूत कमाई, आर्थिक स्थिरता और घरेलू निवेशकों की ओर से लगातार आ रहा फंड, भारत को निवेश के लिए एक मजबूत केस बनाते हैं।
मॉर्गन स्टेनली के रिसर्च हेड रिदम देसाई ने कहा, “बेस केस में सेंसेक्स के लिए 93,000 के टारगेट का मतलब है अगले साल तक यह 14% चढ़ सकता है। इस स्तर पर सेंसेक्स 23x के ट्रेलिंग P/E मल्टीपल पर ट्रेड करेगा, जो 25 साल के औसत 20x से अधिक है। यह प्रीमियम मीडियम टर्म में भारत की आर्थिक ग्रोथ क्षमताओं, स्थिर नीतियों और मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक स्थितियों पर भरोसा दिखाता है।”
करेक्शन के बावजूद भरोसा कायम
सेंसेक्स और निफ्टी में हाल के दिनों में 6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। इस गिरावट के पीछे मुख्य कारण विदेशी संस्थागत निवेशके (FIIs) रहे, जिन्होंने अक्टूबर और नवंबर महीने के दौरान 1 लाख करोड़ से अधिक की रिकॉर्ड बिकवाली की। इसके बावजूद, मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि भारत अभी भी अन्य बाजारों से बेहतर प्रदर्शन करेगा। उसने कहा, “‘भारत अभी भी बाकी देशों के बाजारों को मात देने वाला है।”
2025: स्टॉक चुनने वालों का साल
मॉर्गन स्टेनली का कहना है कि 2025 का साल बड़े थीम पर दांव लगाने की जगह स्टॉक चुनने वालों के लिए बेहतर साल होगा। इसमें डिफेंसिव के बजाय साइक्लिकल और लार्ज-कैप के बजाय स्मॉल और मिड-कैप (SMID) को प्राथमिकता मिल सकता है। ब्रोकरेज ने कहा कि वह फाइनेंशियल्स, कंज्यूमर डिस्क्रीशनरी, इंडस्ट्रियल्स, और टेक्नोलॉजी सेक्टर्स पर ‘ओवरवेट’ है। यानी उसे इन सेक्टर्स का प्रदर्शन बेंचमार्क इंडेक्सों के मुकाबले बेहतर रहने का अनुमान है। वहीं बाकी सेक्टर्स पर उसका रुख ‘अंडरवेट’ का है।
जोखिमों का आकलन
हालांकि मॉर्गन स्टेनली ने साथ में यह भी चेतावनी दी है कि ग्लोबल ग्रोथ से जुड़ी चिंताएं, IPO गतिविधियों में तेजी और शॉर्ट-टर्म में आर्थिक ग्रोथ से जुड़ी चुनौतियां, भारतीय बाजार के लिए जोखिम पैदा कर सकती हैं
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। stock market news की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।