Crude Oil Price:कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तीसरे दिन दबाव कायम है। कच्चे तेल की कीमतें 3 दिनों में करीब 4% गिरे चुके हैं। ब्रेंट का भाव 73 डॉलर के नीचे फिसला है जबकि WTI में 69 डॉलर के नीचे कारोबार कर रहा है। वहीं एमसीएक्स पर कच्चे तेल का भाव 5900 के नीचे फिसला है। बता दें कि जनवरी 2024 से अब तक क्रूड में 5 फीसदी की गिरावट आई है।
इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच सीजफायर से जुड़ी डील हुई है। इजरायल की सुरक्षा कैबिनेट ने युद्धविराम को मंजूरी दी है। राष्ट्रीय सुरक्षा कैबिनेट ने इसे 10-1 के मतदान से मंजूरी दी है। जिसका असर कच्चे तेल की कीमतों पर देखने को मिल रहा है। वहीं 1 दिसंबर को OPEC+ देशों की बैठक होगी। जनवरी में उत्पादन बढ़ाने के फैसले के टलने की आशंका है।
इस बीच क्रूड की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में क्रूड की कीमतों में 0.09 फीसदी की मामूली बढ़त देखने को मिली। जबकि 1 महीने में इसमें 3 फीसदी का उछाल आया है। वहीं जनवरी 2024 में अब तक इसमें 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। जबकि 1 साल में कच्चे तेल ने 10 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
कच्चे तेल के आउटलुक पर बात करते हुए ICICI सिक्योरिटीज के प्रोबल सेन ने कहा कि क्रूड की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है और आगे भी क्रूड की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। ट्रंप सरकार बनने के बाद प्रोडक्शन के नियम आसान होंगे। US 71% क्रूड कनाडा और मेक्सिको से इंपोर्ट करता है। 2025 में ब्रेंट क्रूड $72-75 के बीच रह सकता है।
HDFC Securities के अनुज गुप्ता का कहना है कि सीजफाइयरिंग का इपेक्ट हमें क्रूड के प्राइसिंग में देखने को मिल रहा है। फिलहाल क्रूड में बिकवाली के साथ ही पोजिशन बनानी चाहिए। एमसीएक्स पर कच्चा तेल 5850 रुपये के आसपास बेचें। एमसीएक्स पर कच्चे तेल का भाव 5720 रुपये का टारगेट हासिल हो सकते है। इसके लिए 5935 के स्तर पर स्टॉपलॉस लगाए।