बेंचमार्क इंडेक्स Nifty और Sensex ने आज 26 नवंबर को अपनी दो दिन की बढ़त का सिलसिला तोड़ दिया। नए ट्रिगर्स की कमी और ऑटो, फार्मा और एनर्जी स्टॉक्स में कमजोरी के कारण शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। आज पॉजिटिव शुरुआत के बावजूद दोनों इंडेक्स ने जल्दी ही अपनी बढ़त खो दी और अंत में ये लाल निशान पर हुए। सेंसेक्स 105.79 अंक या 0.13 फीसदी गिरकर 80004 पर और निफ्टी 27.4 अंक या 0.11 फीसदी गिरकर 24194 पर बंद हुआ है। आज के कारोबार में करीब 2179 शेयरों में तेजी और 1580 शेयरों में गिरावट देखी गई, जबकि 105 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
इन फैक्टर्स से तय होगी बाजार की दिशा
फिसडम के रिसर्च हेड नीरव करकेरा ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा, “महाराष्ट्र चुनावों ने मौजूदा सरकार के लिए माहौल तैयार कर दिया है, लेकिन जब तक खपत में सुधार नहीं आता और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती नहीं की जाती, तब तक बढ़त की संभावना सीमित रहेगी।”
उन्होंने कहा, “जियो-पॉलिटिकल टेंशन और अन्य मैक्रो फैक्टर्स से पैदा होने वाले डाउनसाइड रिस्क के प्रति बाजार संवेदनशील बने रहेंगे।” करकेरा को उम्मीद है कि तीसरी तिमाही क्रमिक आधार पर थोड़ी बेहतर रहेगी, लेकिन सालाना आधार पर निराश कर सकती है।
ऑटो, एनर्जी और फार्मा इंडेक्स में गिरावट
दोपहर में निफ्टी ऑटो, एनर्जी और फार्मा इंडेक्स में भारी गिरावट आई, जिसमें एमएंडएम, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और बजाज ऑटो जैसे दिग्गज शेयरों ने ऑटो इंडेक्स को नीचे खींच लिया, जो -1.28% नीचे बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी आईटी और एफएमसीजी इंडेक्स में 1 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। रियल्टी स्टॉक की बात करें तो यह 0.06 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ।
जेफरीज रियल एस्टेट सेक्टर को लेकर आशावादी बने हुए हैं। मजबूत त्योहारी मांग के बीच अक्टूबर के दौरान आवासीय बिक्री छह महीने के उच्च स्तर पर रही। वहीं, FMCG शेयरों में वैल्यूएशन अपील के चलते तेजी आई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुल मिलाकर कंजप्शन पैटर्न अभी भी सुस्त बना हुआ है।
BSE PSU इंडेक्स में कल 4 फीसदी से अधिक की बढ़त दर्ज की गई थी, लेकिन मुनाफावसूली के कारण इसमें गिरावट देखी गई। मार्केट एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि कोई भी तेजी आंशिक मुनाफावसूली के लिए अच्छा अवसर है।
मिड और स्मॉलकैप शेयरों के लिए क्या हो स्ट्रेटेजी?
मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स ने बेंचमार्क से थोड़ा बेहतर प्रदर्शन किया और 0.1 और 0.6 फीसदी की बढ़त दर्ज की। दोनों ने वर्ष की शुरुआत से 21 फीसदी की बढ़त दर्ज करते हुए फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया है। इसी अवधि में एनएसई निफ्टी में 11 फीसदी से अधिक की बढ़त दर्ज की गई है। एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि स्मॉल, मिडकैप स्पेस में अच्छी गिरावट देखी गई है और अब थोड़ी खरीदारी हो सकती है, हालांकि यह स्टॉक-स्पेसिफिक होगी।
अदाणी शेयरों में आज भी गिरावट
आज के कारोबार में अदाणी ग्रुप के प्रमुख शेयरों में 2-4 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई। दरअसल, रेटिंग एजेंसी फिच ने अदानी ग्रुप के कुछ बॉन्ड को संभावित डाउनग्रेड के लिए निगरानी में रखा है। अदाणी ग्रुप के कुछ प्रमुख अधिकारियों पर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा रिश्वतखोरी के आरोप लगाए गए हैं। करकेरा का सुझाव है कि हालांकि आरोप चिंता का विषय हैं, लेकिन बाजार की नजर पहले से ही इस घटना पर है और कोई बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।
Nifty के लिए सपोर्ट-रेजिस्टेंस?
रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर VC अजीत मिश्रा ने कहा, “पिछले दो सत्रों में निफ्टी ने 24350 के करीब अपने 100-डे EMA का फिर से टेस्ट करते हुए एक मजबूत रिकवरी की है। इस स्तर से ऊपर क्लोजिंग से 24,550-24,750 जोन की ओर आगे की बढ़त देखने को मिल सकती है। नीचे की ओर, किसी भी तरह की गिरावट की स्थिति में 23850-24000 की रेंज से मजबूत सपोर्ट मिलने की उम्मीद है।”
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वी के विजयकुमार ने बताया कि बाजार का ध्यान राष्ट्रपति ट्रंप के अगले कदमों पर फोकस्ड है। ट्रेजरी सचिव के रूप में स्कॉट बेसेंट का चयन एक पॉजिटिव डेवलपमेंट के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि उनकी छवि फिस्कल कंजर्वेटिव के रूप में है, जिससे अमेरिकी बॉन्ड यील्ड को कम करने और उभरते बाजारों को लाभ पहुंचाने में मदद मिल सकती है।
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