महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत से मार्केट का माहौल बदलता दिख रहा है। चुनावी नतीजों के बाद 26 नवंबर को लगातार दूसरे दिन मार्केट हरे निशान में खुला। 25 नवंबर को मार्केट में जबर्दस्त तेजी देखने को मिली थी। ऐसा लगता है कि मार्केट दूसरी तिमाही की खराब अर्निंग्स से उबरने की कोशिश कर रहा है। महाराष्ट्र के नतीजों के बाद राज्य में राजनीतिक अस्थिरता का दौर खत्म हो गया है। बीजेपी का आत्मविश्वास बढ़ा है। हरियाणा के बाद यह दूसरा राज्य है, जहां बीजेपी को उम्मीद से ज्यादा सीटें मिली हैं। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपनी रिपोर्ट में इस बारे में बताया है।
25 नवंबर को सरकारी कंपनियों (PSU) के शेयरों में जबर्दस्त तेजी दिखी। बड़े करेक्शन के बाद यह तेजी देखने को मिली है। इनवेस्टर्स सरकार के पूंजीगत खर्च बढ़ाने की उम्मीद में फिर से PSU Stocks में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। एनालिस्ट्स का कहना है कि महाराष्ट्र में चुनावों के बाद अब रुके प्रोजेक्ट्स पर फिर से काम शुरू होगा। सरकार के फिर से पूंजीगत खर्च बढ़ाने से आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इस बारे में अपनी रिपोर्ट में बताया है।
पीएसयू स्टॉक्स में निवेश करने में इनवेस्टर्स को यह बात ध्यान में रखनी होगी कि सभी सरकारी कंपनियों के शेयरों में एक जैसी तेजी दिखने की उम्मीद कम है। कैपिटल गुड्स, कंस्ट्रक्शन और रियल्टी सेक्टर के पीएसयू स्टॉक्स में तेजी दिख सकती है, लेकिन डिफेंस और रेलवे स्टॉक्स को इतंजार करना पड़ सकता है। इसकी सबसे बड़ी वजह उनकी वैल्यूएशन है। अब भी डिफेंस और रेलवे स्टॉक्स की वैल्यूएशन उनके फंडामेंटल के मुकाबले ज्यादा है। इसलिए रिस्क-रिवॉर्ड रेशियो फिलहाल फेवरेबल नहीं है।
डिक्शन टेक्नोलॉजी के शेयर 25 नवंबर को 2.4 फीसदी की तेजी के साथ 15,711 रुपये पर बंद हुए। इस तेजी की वजह मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट है। इसमें Dixon Technologies के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई गई है। डिक्शन की नए सेगमेंट में एंट्री हुई है। बैकवॉर्ड इंटिग्रेशन का भी फायदा कंपनी को मिलेगा। FY27 के बाद कंपनी के रेवेन्यू की CAGR 16 फीसदी रह सकती है। इसमें नए क्लाइंट्स का बड़ा हाथ होगा। कंपनी ने प्रीमियम मोबाइल पर भी फोकस बढ़ाया है। हालांकि, कंपनी के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। इसका असर उसकी बाजार हिस्सेदारी और मार्जिन पर पड़ सकता है।
एस्ट्रॉल के स्टॉक्स 25 नवंबर को 2 फीसदी चढ़कर 1,789.55 रुपये पर बंद हुए। इसकी वजह ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट है। गोल्डमैन सैक्स ने फिर से Astral के शेयरों को खरीदने की सलाह दी है। हालांकि, उसने टारगेट प्राइस में थोड़ी कमी की है। बुल्स का कहना है कि मार्केट लीडर होने की वजह से एस्ट्रॉल के पास प्राइसिंग पावर है। चाइनीज पीवीसी की कीमतें कमजोर बनी हुई हैं। इससे पाइप सेक्टर में मार्जिन धीरे-धीरे रिकवरी आ सकती है। पाइप सेक्टर में वॉल्यूम में बदलाव दिख रहा है। पहले मानसून सीजन लंबा होने का असर वॉल्यूम पर पड़ा था।